ईरान में गरमाया हिजाब विवाद, पुलिस व प्रदर्शनकारियों के बीच हुई हिंसक झड़प में 19 लोगों की मौत
ईरान में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प के मामले सामने आ रहे हैं। शुक्रवार को नमाज के बाद हिंसक विरोध-प्रदर्शन हुआ जिसमें 19 लोगों की मौत हो गई है। जबकि कई लोगों के घायल होने की खबर है।
वाशिंगटन, एजेंसी। ईरान में 22 वर्षीय युवती महसा अमिनी की मौत के बाद सरकार विरोधी प्रदर्शनों के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पे देखने को मिल रही है। शुक्रवार को पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई हिंसक झड़प में 19 लोगों की मौत हो गई है।
19 लोगों की हुई मौत
ईरानी राज्य समाचार एजेंसी आईआरएनए (IRNA) ने सिस्तान और बलूचिस्तान के प्रांतीय गवर्नर होसैन मोदारेस खियाबानी के हवाले से कहा कि इस टकराव में पुलिसकर्मियों सहित 19 लोग मारे गए हैं और 20 के करीब लोग घायल हुए हैं।
शुक्रवार को नमाज के बाद हुई झड़प
दरअसल, दक्षिण पूर्वी ईरान में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हिंसक टकराव हुआ। वॉयस ऑफ अमेरिका (VOA) की रिपोर्ट के अनुसार, यह टकराव उस समय हुआ, जब ईरान के सुन्नी अल्पसंख्यक समुदाय के लोग शुक्रवार को सिस्तान और बलूचिस्तान प्रांत की राजधानी झेडान में मक्की ग्रैंड मस्जिद में नमाज अदा करने पहुंचे थे। इसी दौरान ये हिंसक झड़प हुई। जिसमें 19 लोगों की जान चली गई।
हिंसक झड़प के दौरान मची अफरा-तफरी
वॉयस ऑफ अमेरिका की रिपोर्ट के अनुसार, हिंसक झड़प के दौरान एक वीडियो में लोग भागते हुए नजर आ रहे हैं। इस दौरान फायरिंग की आवाज भी साफ सुनाई दे रही है। वहीं, एक वीडियो क्लिप में गाड़ी को आग लगाते हुए कुछ प्रदर्शनकारी नजर आ रहे हैं।
मानवाधिकार कार्यकर्ता एजेंसी ने किया दावा
ईरानी राज्य मीडिया ने प्रदर्शनकारियों को आतंकवादी और अलगाववादी बताया है। साथ ही उन्होंने इन प्रदर्शनकारियों पर पुलिस पर हमले का भी आरोप लगाया। वहीं, ईरानी विपक्ष के नेतृत्व वाली मानवाधिकार कार्यकर्ता समाचार एजेंसी (HRANA) ने VOA को बताया कि उसके सूत्रों का अनुमान है कि कम से कम 40 प्रदर्शनकारी मारे गए और कम से कम 20 सुरक्षाकर्मी घायल हो गए।