Jr NTR को लगीं चोटें, 65 दिन की कड़ी मेहनत का नतीजा है ‘नाटू-नाटू’
‘आरआरआर’ के गाने ‘नाटू-नाटू’ ने भारत में नहीं विदेश में भी काफी बज क्रिएट किया था। फैंस गाने के स्टेप को कॉपी कर अपनी वीडियो साझा करते थे, जो सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हुई।
एसएस राजामौली की ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘आरआरआर’ के गाने ‘नाटू-नाटू’ ने इतिहास रचकर 80वें गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड्स 2023 में बेस्ट ओरिजनल सॉन्ग का पुरस्कार अपने नाम कर लिया है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिली इस उपलब्धि के बाद से ही 'आरआरआर' की टीम का उत्साह देखते ही बनता है। फिल्म के गाने को ही नहीं डांस स्टेप्स को भी दर्शकों ने काफी पसंद किया है। वहीं, अब फिल्म को मिली सफलता के बाद चलिए जानते हैं कि गाने को किस तरह से शूट किया गया था।
अवॉर्ड जीतने वाला पहला एशियाई गाना बना
‘आरआरआर’ के गाने ‘नाटू-नाटू’ ने भारत में नहीं विदेश में भी काफी बज क्रिएट किया था। फैंस गाने के स्टेप को कॉपी कर अपनी वीडियो साझा करते थे, जो सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हुए। लोगों के बीच इस गाने के स्टेप्स को लोकप्रिय बनाने के पीछे कोरियोग्राफर प्रेम रक्षित का हाथ है। उन्होंने ही इस गाने को कोरियग्राफ किया है। वहीं, मिनी ऑस्कर कहे जाने में गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड जीतने वाला ‘नाटू नाटू’ पहला एशियाई गाना है, जिसके संगीतकार एमएम कीरावनी हैं।
खूब लगीं चोटें
अवॉर्ड सेरेमनी शुरू होने से पहले 'आरआरआर' के मुख्य अभिनेता जूनियर एनटीआर और रामचरण से गाने की शूटिंग एक्सपीरियंस के बारे में पूछा गया। इस दौरान शूटिंग के दौरान सबसे ज्यादा चोट लगने के सवाल पर राम चरण कहते हैं, 'मेरे घुटने इस बारे में बात करते हुए अभी भी लड़खड़ा रहे हैं। यह गाना हम सबके लिए एक खूबसूरत यातना है, जिसके बारे में बात करने का अब हमें मौका मिल गया है। इसी गाने की बदौलत आज हम यहां ग्रे कारपेट पर खड़े होकर बात कर पा रहे हैं।'
आरआरआर - फोटो : अमर उजाला ब्यूरो, मुंबई
शूट करने में लगी 65 रातें
'नाटू नाटू' को ओरिजनल सॉन्ग का अवॉर्ड मिलने के बाद जूनियर एनटीआर ने इसकी शूटिंग के बारे में जानकारी दी। एनटीआर ने कहा, 'इस गाने को हमने फिल्म के आखिरी शेड्यूल में शूट किया था, जिसकी शूटिंग में 65 रातें लगी थीं। शूट के दौरान मैं और राम चरण एक दूसरे को मारते और बाद में माफी मांगते। निर्देशक एसएस राजामौली चाहते थे कि हम सच में एक-दूसरे से नफरत करें, ऐसे में 21-22 दिन के बाद तो हमने माफी मांगना भी बंद कर गाने की शूटिंग खत्म करने पर ध्यान देना शुरू क दिया। यह पूरा गाना एक-दूसरे के तालमेल पर बेस्ड है।
इन्होंने दी आवाज
नाटू नाटू' गाने को तेलुगु के मशहूर गीतकार और सिंगर चंद्रबोस ने लिखा है और इसे राहुल सिपलीगंज और काल भैरवा ने गाया है। इस गाने के तमिल वर्जन को 'नाटू कोथू', मलयालम में 'करिनथोल', कन्नड़ में 'हल्ली नाटू' और हिंदी वर्जन को 'नाचो नाचो' नाम से रिलीज किया गया। हिंदी वर्जन गाने को विशाल मिश्रा ने गाया है।