सपना सीपी साहू "स्वप्निल" की कृति ने बनाया वर्ल्ड ग्रेटेस्ट रिकाॅर्ड
डीके श्रीवास्तव
इंदौर की लेखिका सपना सीपी साहू "स्वप्निल" की प्रथम कृति "पर्वोत्कर्ष" साहित्य अकादमी से चयनित होने के साथ वर्ल्ड ग्रेटेस्ट रिकाॅर्ड में भी नामांकित हुई है। इसमें 101+ सनातन धर्म, संस्कृति पर आधारित पद्य रचनाएं हैं। जो भारतीय चैत्र मास के त्योहारों से प्रारंभ होते हुए फाल्गुन मास तक प्रमुख त्योहारों का सुंदर व शोधात्मक वर्णन है।
इस पुस्तक के विषय में रचनाकार सपना साहू 'स्वप्निल' ने बताया कि हमारा भारत त्योहारों का देश है और अब हमारी नूतन पीढ़ी बहुत से प्रमुख तिथिगत त्योहार भूल चुकी है। हम हमारी समृद्ध संस्कृति को न भूले और उत्सवों के उत्साह से जुडे़ रहे, पर्वो के पुनः उत्कर्ष के उद्देश्य को ध्यान में रखकर 'पर्वोत्कर्ष' के रूप में, यह सार्थक सृजन सभी आयु वर्ग के सुधीजन हेतु किया हैं। इसमें सम्मिलित रचनाएं त्योहारों की सार्थक जानकारियों से अवगत करवाती है। इसका आवरण पृष्ठ भी सपना के द्वारा स्वयं चित्रित किया गया है।
इस कृति के चयन के लिए काव्य मंजूषा साहित्य वल्लरी मंच, वामा साहित्य मंच, श्री श्री साहित्य सभा मंच व विचार प्रवाह मंच ने सपना साहू "स्वप्निल" को प्रथम कृति चयन हेतु सम्मानित भी किया है।
सपना का इससे पहले दो बार, सांझा संकलन में 133 अर्जुन अर्वाड प्राप्त खिलाड़ी व खेल रत्न प्राप्त खिलाड़ी पर शोध कविता लिखने के कारण गोल्डन बुक आॅफ वर्ल्ड रिकाॅर्ड में नाम दर्ज हो चुका है। परन्तु कृति 'पर्वोत्कर्ष' के लिए एकल विश्व रिकाॅर्ड बना है, जो बड़ी उपलब्धि है। इसके साथ ही लेखिका सपना साहू 'स्वप्निल' की तो यह पहली कृति है ही, साथ ही साहित्य अकादमी, म.प्र. द्वारा चयनित भी यह ऐसी प्रथम कृति बन गई है जिसने विश्व कीर्तिमान में स्थान पाया है। सपना साहू 'स्वप्निल' के लेखन की विशेषता शोध कविताएं है और उन्होंने लेखन महज दो वर्ष पूर्व करोना लाॅकडाउन से ही प्रारंभ किया है।