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विश्व मच्छर दिवस पर विशेष - कोविड-19 के दौर में मच्छर हो सकते हैं खतरा : डॉ उपेंद्र कुमार

डीके श्रीवास्तव

आगरा। विश्व मच्छर दिवस प्रतिवर्ष 20 अगस्त को मनाया जाता है. यह दिवस ब्रिटिश चिकित्सक, सर रोनाल्ड रॉस की स्मृति में मनाया जाता है, जिन्होंने वर्ष 1897 में यह खोज की थी, कि ‘मनुष्य में मलेरिया के संचरण के लिए मादा मच्छर उत्तरदायी है. लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन और ट्रॉपिकल मेडिसिन ने विश्व मच्छर दिवस मनाने की शुरूआत वर्ष 1930 में की थी.

प्रभारी डॉ उपेंद्र सिंह बताते है की बारिश का मौसम आने से मच्छर पनपने लगे हैं. ऐसे में अब लोगों को और ज्यादा संभलने की जरूरत है. क्योंकि मच्छरों के बढ़ने से मच्छर जनित रोग जैसे- मलेरिया, चिकनगुनियां व डेंगू होने का खतरा रहता है. ये मच्छर जनित बीमारियां भी काफी खतरनाक होती हैं डेंगू से तो लोगों की जान भी चली जाती है. कोविड-19 के इस संक्रामक दौर में इन बीमारियों से बचाव और ज्यादा जरूरी है. क्योंकि इन बीमारियों से इम्युनिटी कमजोर होगी और कोविड-19 का संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाएगा.

ऐसे में मच्छर जनित रोगों से बचाव के लिये में सभी नागरिकों का यह कर्तव्य बनता है कि सभी लोग अपने घरों के अंदर व आस पास साफ़ सफाई रखें, पानी का जमाव न होने दें और साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें।  

बुखार होने पर क्या करें 

बुखार होने पर तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाएं
सामान्य पानी की पट्टी सिर, हाथ-पांव एवं पेट पर रखें
बुखार के समय पानी एवं अन्य तरल पदार्थों जैसे नारियल पानी, शिकंजी, ताजे फलों का रस इत्यादि का अधिक सेवन करे

मच्छरों को पनपने से रोकने के लिए ये करें
-दरवाजों व खिड़कियों पर जाली लगवाएं
--मच्छरदानी का नियमित प्रयोग करें
-अनुपयोगी वस्तुओं में पानी एकत्र न होने दें
--पानी की टंकी पूरी तरह से ढक कर रख दें
-पूरी बांह वाली कमीज और पैंट पहनें
--घर और कार्य स्थल के आस-पास पानी जमा न होने दें
-कूलर, गमले आदि को सप्ताह में एक बार खाली कर सुखाएं
--गड्ढों में जहां पानी एकत्र हो, उसे मिट्टी से भर दें

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