image

‘तारे जमीन पर’ पर वाले दर्शील सफारी ने कहा- अब मुझे पता चला कि असली एक्टिंग क्या होती है

आमिर खान की फिल्म तारे जमीन पर में बतौर बाल कलाकार शुरुआत करने वाले दर्शील सफारी जल्द ही ‘टिब्बा’ और ‘मुक्त’ जैसी फिल्मों में लीड हीरो के रोल में नजर आने वाले हैं।दर्शील का कहना है कि उन्हें अब पता चला है कि रियल एक्टिंग क्या होती है।

दीपेश पांडेय, मुंबई। साल 2007 में रिलीज आमिर खान अभिनीत फिल्म ‘तारे जमीन पर’ में डिस्लेक्सिया पीड़ित बच्चे का किरदार निभाकर अभिनेता दर्शील सफारी काफी लोकप्रिय हुए। अब दर्शील बड़े हो चुके हैं तथा हिंदी सिनेमा में ‘टिब्बा’ और ‘मुक्त’ जैसी प्रयोगशील फिल्मों से बतौर हीरो अपनी जगह बनाने के लिए तैयार हैं...

मैंने अपनी अब तक की जिंदगी से यह सीखा है कि कोई उम्मीद मत रखो। मेरी कोशिश सिर्फ यही है कि मैं वर्तमान पर ध्यान दूं और जो भी कर रहा हूं, उसमें अपनी क्षमता का शत प्रतिशत दूं। मैंने जिंदगी से तनाव और ओवरथिंकिंग (जरूरत से ज्यादा सोचना) जैसी चीजें हटा दी हैं। अब मैंने अपनी स्किल पर फोकस करना शुरू कर दिया है। मैंने पिछले चार-पांच वर्ष से थिएटर में काम करते हुए अपनी स्किल्स को और बेहतर किया। इस दौरान मेरे अंदर कई मानसिक और शारीरिक बदलाव हुए। आगे आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए मैं मानसिक तौर पर तैयार हूं।

शुरुआत में कुछ फिल्में करने के बाद मैंने अपनी पढ़ाई पूरी करने का निर्णय लिया। फिल्मों में काम करने की वजह से मेरी स्कूल लाइफ बहुत तेजी से खत्म हो गई थी। कॉलेज जाने के बाद एक अलग किस्म की परिपक्वता आती है, आपको पता चलता है कि आपने क्या किया है और आगे क्या करना है। इसके बाद मैंने करीब चार-पांच साल थिएटर किया। वहां मुझे पता चला कि असली एक्टिंग क्या होती है, उसके बाद मुझे लगा कि अब मैं अपनी कला के अलग-अलग रूप दिखाने के लिए तैयार हूं और किस्मत से अब मेरे हाथ में कुछ प्रोजेक्ट्स हैं।

किन प्रोजेक्ट के साथ आगे बढ़ रहे हैं?

 

मेरी आगामी दो फिल्में ‘टिब्बा’ और ‘मुक्त’ हैं। ‘टिब्बा’ एक साइकोलाजिकल थ्रिलर फिल्म है, जिसे बिल्कुल अलग और नए तरीके से बनाया जा रहा है। अभी इस फिल्म पर काम चल रहा है, जल्द ही इसकी शूटिंग शुरू करेंगे। ‘मुक्त’ में मैं मानसिक बीमारी से पीड़ित एक शख्स का किरदार निभा रहा हूं। यह भी एक अलग और प्रायोगिक फिल्म है। इसके अलावा मैंने रत्ना पाठक शाह के साथ एक गुजराती फिल्म भी की है। मैंने यह सिर्फ रत्ना मैम से सीखने के लिए की है। इसके अलावा ‘टिब्बा’ के निर्माताओं के साथ ही मैंने दो और फिल्में भी साइन की हैं, लेकिन अभी उनके बारे में कुछ बता नहीं सकता हूं।

हीरो या अच्छा अभिनेता, खुद को इंडस्ट्री में किस तरह स्थापित करने की इच्छा है?

 

मैंने इस बारे में कुछ नहीं सोचा है, क्योंकि अगर मैं इन चीजों के बारे में सोचने लगा तो अपने प्रोजेक्ट्स, स्किल और कला पर फोकस नहीं रख पाऊंगा। वैसे सुपरस्टार्स भी तो एक्टर ही हैं। पहले एक्टर बनने पर फोकस है। इसके बाद मेरा काम और मेहनत मुझे आगे ले जाएंगे। मेरी प्राथमिकता हमेशा अच्छी कहानी और किरदार रहेगा। एक्टिंग मेरा पहला प्यार है, मैं इसमें किसी तरह का बदलाव नहीं करना चाहता हूं।

क्या इस बीच इंडस्ट्री के अन्य लोगों के साथ संपर्क में रहे, विशेष तौर पर आमिर खान के साथ?

जी, मैं इस दौरान बहुत से लोगों के संपर्क में था और कई लोगों से मिला भी। मुझे कई आफर भी आए। इस दौरान मैंने कुछ टीवी शो और विज्ञापन भी किए। आमिर सर के साथ मेरे पिता जी भी संपर्क में हैं। उनका मार्गदर्शन हमेशा मेरे साथ रहा है।

 

बहुत कम ही बाल कलाकार आगे चलकर स्टार बनने में सफल रहे हैं, क्या ये चीजें देखकर डर लगता है?

 

 

मैं भी इंसान हूं, स्वाभाविक है कि जब मैं ऐसी चीजें पढ़ता हूं तो मुझे भी डर लगता है। यह सवाल मेरे बहुत से करीबियों ने पूछा और कई बार मेरे मन में भी आया कि अगर सफल नहीं हुआ तो क्या करना है। कई बार इन चीजों में आप खो जाते हैं और आपका ध्यान अपने उद्देश्य से भटक जाता है। इसलिए मैंने इन सारी चीजों के बारे में सोचने से ज्यादा अपने काम पर फोकस करने का फैसला किया। कभी-कभी यह डर मुझे और बेहतर करने के लिए प्रेरित करता है।

Post Views : 325

यह भी पढ़ें

Breaking News!!