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बाढ़ के कहर से पाकिस्तान में 380 बच्चों समेत 1100 लोगों की मौत, UN करेगा मुआयना

पाकिस्तान में बीते 30 सालों में होने वाली बारिश के औसत से 190 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है जो कुल 390.7 मिलीमीटर है। जल प्रलय को मद्देनजर रखते हुए यूएन ने अन्य देशों से पाक की मदद करने की अपील की है।

पाकिस्तान (एजेंसी)। पाकिस्तान में हुई मूसलाधार बारिश में देश का एक तिहाई हिस्सा जलमग्न हो गया है और यहां 380 बच्चों समेत 1100 लोगों की मौत हो चुकी है। इसे ‘अभूतपूर्व जलवायु तबाही’ बताते हुए यूएन ने मंगलवार को पाकिस्तान की सहायता के लिए अन्य देशों से अपील की थी। समाचार एजेंसी रायटर्स के अनुसार, पाकिस्तानी सेना ने बाढ़ में फंसे लोगों की मदद के लिए उन्हें हेलीकाप्टर के जरिए सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया और दुर्गम क्षेत्रों में लोगों के लिए खाने के पैकेट गिराए।

पाकिस्तान में इस साल अगस्त माह में हुई भारी बारिश में घर, फसलें, काम-धंधे समेत देश की 33 मिलियन की आबादी भी प्रभावित हुई है। आंकड़ों में बताया गया कि इस बार पाकिस्तान में बीते 30 सालों में होने वाली बारिश के औसत से 190 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है, जो कुल 390.7 मिलीमीटर है। पाकिस्तान में 50 मिलियन की आबादी वाले सिंध प्रांत में बारिश ने सबसे ज्यादा कहर बरपाया है। यहां पिछले 30 सालों के औसत से 466 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है।

 

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अज्ञात तबाही की मिसाल: शेरी रहमान

जलवायु परिवर्तन मंत्री शेरी रहमान ने बताया कि देश का एक तिहाई हिस्सा पानी में डूब चुका है। उन्होंने इस तबाही का अंदाजा लगाते हुए इसे ‘अज्ञात तबाही की मिसाल’ बताया। मंत्री रहमान ने कहा यह पानी जल्दी उतरने वाला नहीं है। वहीं पाक प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस्लामाबाद में मीडिया को बताया कि मरने वालों में कम से कम 380 बच्चे शामिल हैं।

यूएन करेगा पाकिस्तान का दौरा

इधर, बाढ़ में डूबे पाकिस्तान की हालत को देखते हुए, संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने एक वीडियो संदेश में पाक की मदद के लिए 160 मिलियन डालर जुटाने की अपील करते हुए कहा, ‘पाकिस्तान पीड़ित है।पाकिस्तान के लिए मानसून के प्रकोप का सामना कर रहे हैं।’ वहीं संयुक्त राष्ट्र के एक प्रवक्ता ने बताया कि पाक में आई जल प्रलय के प्रभावों को देखने के लिए गुटेरेस अगले सप्ताह पाकिस्तान जाएंगे।

बाढ़ में अपना घर खो चुके 63 वर्षीय ग्रामीण हुसैन सादिक अपने माता-पिता और पांच बच्चों के साथ एक आश्रयस्थल में ठहरे हुए हैं। बाढ़ पीड़ित सादिक ने बताया कि उनके परिवार ने ‘सब कुछ खो दिया है।’ उन्होंने कहा कि वे जहां ठहरे हैं वहां चिकित्सा सुविधा पूरी तरह से नहीं मिल पा रही। यहां दस्त और बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ रही है।

वहीं, पाकिस्तान के के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने स्वात की उत्तरी घाटी का दौरा किया और बचाव और राहत कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि पुनर्वास में बहुत लंबा समय लगेगा।

 

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