सादाबाद में दहेज के लिए नवविवाहिता को जिंदा जलाया, पुलिस ने जलती चिता से अवशेष निकाल जांच के लिए भेजे
इंडिया समाचार 24 - हाथरस
हाथरस। सादाबाद क्षेत्र के गांव समदपुर में ससुराल वालों ने दहेज के लिए एक नवविवाहिता को जिंदा जला दिया। कोतवाली पुलिस ने जलती चिता से शव के अवशेष निकाल कर जांच के लिए भेजे हैं। विवाहिता के पिता की शिकायत पर पुलिस ने ससुराल वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। इधर, पुलिस के पहुंचने से पहले ससुराल वाले फरार हो चुके थे।
मैनपुरी के गांव घिरोर निवासी गया प्रसाद ने रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया है कि उन्होंने अपनी बेटी रजनी का विवाह करीब दो महीने पहले विकास पुत्र रामसिंह निवासी समदपुर के साथ किया था। विवाह में जंजीर, अंगूठी, कैश के अलावा घरेलू उपयोग के सारे सामान दिए थे। इसके बावजूद रजनी के ससुराल वाले संतुष्ट नहीं थे। वे दहेज में बाइक की मांग कर रहे थे।
इसके लिए वे उसे अक्सर प्रताड़ित करते थे। छह सितंबर की रात एक बजे के करीब ससुराल वालों ने गांव के कुछ अन्य लोगों के साथ मिलकर मिट्टी का तेल डालकर रजनी को जिंदा जला दिया। गांव के एक अन्य व्यक्ति ने इसकी सूचना रजनी के मायके वालों को दी। रजनी के मायके वाले जब बेटी को तलाश करते हुए समदपुर पहुंचे तो ससुराल वाले फरार हो गए थे, रजनी का शव लगभग जल चुका था।
कोतवाली पुलिस ने घटना का तत्काल संज्ञान लिया। प्रभारी निरीक्षक आशीष कुमार सिंह, फॉरेंसिक टीम, डॉग स्क्वाड घटनास्थल पर पहुंच गए। जलती चिता से ही शव के अवशेष निकाल लिए गए, जिन्हें जांच के लिए भेजा गया है। इस मामले में विकास पुत्र राम सिंह, संदीप कुमार पुत्र राम सिंह, सनी पुत्र राम सिंह, नीलम पुत्री राम सिंह, राम सिंह, बैजंती देवी पत्नी राम सिंह, सत्यवीर पुत्र सिरकुल्ली, वीरू पुत्र सत्यवीर, नीरज पुत्र सत्यवीर को नामजद किया गया है। इनके खिलाफ आईपीसी की धारा 498ए, 304 बी, 201, दहेज प्रतिषेध अधिनियम 1961 की धारा 3 व 4 के तहत मामला पंजीकृत किया गया है।