माहिया देवी गीत
डाॅ. किरण मिश्रा स्वयंसिद्धा नोयडा
लाली चूनरिया है,
सिंहों वाली माँ
पूजे लांगुरिया है।
ध्यायूँ अम्बे रानी
कष्ट मिटे तन का
माँ शुभफल वरदानी।
दरबार सजाया है
ज्योति जलाकर माँ
चौकी बैठाया है।
चाँदी जैसी काया
माँ अद्भुत रुप तेरा
जग को है भरमाया।
शरणन तेरी आई
झलक दिखा दो माँ
है दरशन फलदाई।