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करवा चौथ का त्यौहार आया है खुशियां हजार लाया है

शिल्पा जैन

करवा चौथ का त्यौहार आया है खुशियां हजार लाया है

 हर सुहागन ने चांद से थोड़ा सा रूप चुराया है

चांद की चमक के साथ

सांसो की महक के साथ

श्रद्धा की रात लिए

विश्वास की सौगात लिए

पति की मंगल कामना के लिए

आई है यह खास रात

 

भारतवर्ष त्योहारों का देश माना जाता है यहां हर त्यौहार बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाते हैं उनमें से एक त्यौहार है करवा चौथ का व्रत। यह व्रत सुहागिन स्त्रियां अपने पति की लंबी आयु के लिए रखती हैं।

पत्नी का सुहाग सिर्फ बिंदी सिंदूर मंगलसूत्र नहीं होता है उसका सुहाग होता है पति की खुशी पति की लंबी आयु पति के व्यापार में उन्नति अतः आज के दिन पति की लंबी आयु के साथ ही साथ पति की खुशी पति के व्यापार में उन्नति की भावना से पूजा करें। पत्नी निर्जला व्रत रखती है पति की लंबी आयु की कामना करती है उसकी उन्नति की कामना करती है अतः पति का भी फर्ज बनता है जीवन में मधुरता लाने के लिए पत्नी के साथ समय व्यतीत करें उसके दुख के भी हिस्सेदार बने। उसकी भावनाओं को समझे।

 करवा चौथ का व्रत कार्तिक महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। यह एक ऐसा व्रत है जिस दिन स्त्रियां निर्जला व्रत रखती है। 2022 में करवा चौथ का व्रत 13 अक्टूबर गुरुवार के दिन मनाया जाएगा।

13 तारीख चतुर्थी तिथि का प्रारंभ 1:59 पर होगा एवं चतुर्थी तिथि का अंत 14 अक्टूबर रात्रि 3:08 पर होगा। पूजा का शुभ मुहूर्त है 13 अक्टूबर 5:55 से 7:03 पर। कुछ शुभ योगों के साथ यह दिन आ रहा है अभिजीत मुहूर्त रहेगा, तेरह के अंक का अगर हम जोड़ देखे तो चार आता है जोकि चंद्रमा की राशि है गुरुवार का दिन शुभ ता लिए होता है रोहिणी नक्षत्र का चंद्रमा रहेगा जो कि सर्वोत्तम माना गया है चंद्रमा अपनी ही उसकी राशि में रहेंगे जो कि सर्वोत्तम योग बन रहा है।

पूजा में ध्यान रखने योग्य कुछ खास बातें-

व्रत की शुरुआत सुबह सरगी से होती है जो सास अपनी बहू को देती है। 4:00 से 5:00 बजे सरगी लेने का समय सर्वोत्तम बताया गया है क्योंकि यह ब्रह्म मुहूर्त का समय होता है। सरगी में खीर, फेनी, दूध, ड्राई फ्रूट्स नारियल पानी फल लेना सर्वोत्तम होता है।

आज के दिन काले एवं सफेद वस्त्र पहने मंगलसूत्र अवश्य धारण करें मांग में भरपूर सिंदूर लगाएं शादी का पुराना जोड़ा पहनना भी शुभ माना जाता है माता को श्रृंगार का सामान पूर्ण रूप से चढ़ाएं कोई भी सामान टूटा हुआ नहीं होना चाहिए कड़वा चटका वाला न हो, छलनी टूटी ना हो, सीखे टूटी हुई ना हो। पूजा में पांच फल पांच मिठाई का भोग लगाएं फलों में नाशपाती ना चढ़ाएं खंडित चावल अर्पित ना करें मां को लाल चुनरी अवश्य चढ़ाएं पानी वाला नारियल चढ़ाएं पूजा के पश्चात तामसिक भोजन का प्रयोग ना करें।

आज के दिन जो महिलाएं व्रत रख रही है वह कैची सुईया नुकीली पदार्थों का प्रयोग ना करें।

आज दान का बहुत ही महत्व बताया गया है दान में श्रृंगार का सामान नारियल लाल वस्त्र सात प्रकार के अनाज दान करना शुभ माना गया है सफेद चीजों का दान कदापि ना करें।

गर्भवती महिलाएं व्रत रख सकती हैं किंतु या ध्यान रखें की पूजा के पश्चात चाय या दूध ग्रहण अवश्य करें या आज के दिन फलाहार करें जल चंद्रमा देखने के पश्चात ही ग्रहण करें। जिन स्त्रियों का मासिक धर्म है वह पूजा की कथा सुन सकती है किंतु प्रतिमा को स्पर्श ना करें।

मेहंदी लगाते वक्त कुछ बातों का विशेष ध्यान रखें-

करवा चौथ पर मेहंदी का विशेष महत्व बताया गया है किंतु कुछ बातों का ध्यान रखना आवश्यक है। मेहंदी लगाते वक्त ऐसे व्यक्ति के हाथों से मेहंदी लगाई जो कि सौम्य स्वभाव का हो, सर्वप्रथम मेहंदी अपने हाथों में अपनी सास या मां या स्वयं के हाथों से लगाना चाहिए इसके पश्चात ही किसी और के हाथों से अपनी मेहंदी रचवाऐ। अपने हाथों की मेहंदी के डिजाइन में इस बात का ध्यान रखें कि किसी प्रकार भी ×इस प्रकार का चिन्ह नाआए। बहुत सी स्त्रियां मेहंदी में रंग लाने के लिए मेहंदी लगाने के पश्चात आग से अपने हाथों को देखती है लोंग का धुआं लेती है यह करना अस्पताल आता है। अगर पति का नाम अपने हाथों में लिखवाना है तो उंगलियों में और ठीक उंगलियों के नीचे लिखवाए ताकि बंद करने से हाथ वह नाम आपके हाथों के अंदर रहे ऐसा करने से पति पत्नी का प्रेम बना रहता है। लगाने जाते वक्त काला नीला सफेद वस्त्र धारण करके ना जाए पीला लाल या हरा गुलाबी रंग ही धारण करें। आजकल देखा गया है कि सभी लड़कियां ही प्रायः व्रत रखती है किंतु ऐसा नहीं करना चाहिए यह व्रत कोई मजाक नहीं है सुहागन स्त्री और जिसकी शादी पक्की हो चुकी है वहीं इस व्रत को रखें।

गुरुवार का दिन है गुरु स्त्रियों में विवाह का कारक माना गया है आज के दिन कोशिश करें पीला वस्त्र धारण करें या फिर केसर का तिलक लगाएं या अपनी चूड़ियों के बीच एक पीली चूड़ियां अवश्य डालें।

राशि के अनुसार रंगों का चयन करें-

मेष एवं वृश्चिक,सिंह राशि लाल वस्त्र वृष एवं तुला राशि गुलाबी वस्त्र मिथुन एवं कन्या राशि हरा वस्त्र धनु एवं मीन राशि पीला वस्त्र, कर्क राशि चमकता हुआ ग्लिटर वाला रंग, मकर एवं कुंभ राशि गहरा लाल गुलाबी पीला रंग धारण करें। अगर आपके वस्त्र इन रंगों से अलग है तो राशि के अनुसार कम से कम इन रंगों की एक चूड़ी अपने हाथों में अवश्य धारण करें।

खासकर मन को शांत और पवित्र रखें भूलकर भी किसी बड़े बुजुर्ग का अपमान ना करें मन में क्रोध वाणी पर अपशब्द का प्रयोग ना करें किसी का भी दिल ना दुखाए। किसी भी सोते भी इंसान को नींद से ना जगाए कुछ महिलाएं ताश के पत्ते खेलना पसंद करती हैं यह उपयुक्त नहीं होता है। मैं एस्ट्रोलॉजर डॉक्टर शिल्पा जैन सभी सुहागन स्त्रियों की सुहाग के लिए मंगल कामना करती हूं 

करवा चौथ का यह त्यौहार

आए और लाए खुशियां हजार

यही है दुआ हमारी

आप हर बार मनाए यह त्योहार

सलामत रहे आप और आपका परिवार

इसी मंगल भावना के साथ

एस्ट्रोलॉजर डॉक्टर शिल्पा जैन

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