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परमाणु क्षमता से लैस पनडुब्बी INS अरिहंत ने बैलिस्टिक मिसाइल का किया सफल परीक्षण

परमाणु क्षमता से लैस पनडुब्बी INS अरिहंत ने शुक्रवार को बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि बैलिस्टिक मिसाइल का आज एक पूर्व निर्धारित सीमा तक परीक्षण किया गया। मिसाइल ने बंगाल की खाड़ी में लक्ष्य को उच्च सटीकता के साथ साधा।

चीन से चल रही तनातनी के बीच भारत ने शुक्रवार को बंगाल की खाड़ी में परमाणु पनडुब्बी आइएनएस अरिहंत से शक्तिशाली बैलिस्टिक मिसाइल (एसएलबीएम) का सफल परीक्षण किया। नौसेना की तैयारी और सतर्कता को परखने के लिए यह परीक्षण किया गया। परीक्षण के दौरान मिसाइल अपने सभी मानकों पर खरी उतरी। हालांकि नौसेना ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि परीक्षण किस मिसाइल का किया गया है।

पिछले 13 वर्षों में पहली बार दी गई जानकारी

बता दें कि पिछले 13 वर्षों में भारत की तरफ से पहली बार इस न्यूक्लियर सबमरीन से लांच की गई किसी मिसाइल के बारे में जानकारी दी गई है। इससे पहले वर्ष 2009 में लांच की गई इस स्वदेशी पनडुब्बी के बारे में भारत ने हमेशा से खास गोपनीयता बरती है। केंद्रीय रक्षा मंत्रालय ने आधिकारिक बयान जारी कर बताया कि आइएनएस अरिहंत ने 14 अक्टूबर को पनडुब्बी प्रक्षेपित बैलिस्टिक मिसाइल (एसएलबीएम) का सफल प्रक्षेपण किया।

परमाणु शक्ति क्षमता को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम

जानकारी के अनुसार, मिसाइल का परीक्षण पूर्व निर्धारित रेंज में किया गया और इसने अत्यधिक उच्च सटीकता के साथ बंगाल की खाड़ी में अपने लक्ष्य को साधा। हथियार प्रणाली भी सभी आपरेशनल और तकनीकी मापदंडों पर खरी उतरी। इस मिसाइल का परीक्षण भारत के एसएलबीएम कार्यक्रम की सफलता को दर्शाता है। इसे भारत की परमाणु शक्ति क्षमता को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया जा रहा है। भारत की परमाणु नीति की एक प्रमुख विशेषता है भारत पहले परमाणु हमला नहीं करेगा। हालांकि यदि कोई देश भारत पर परमाणु करता है तो फिर उसका मजबूत और निर्णायक जवाब देने से भी पीछे नहीं हटेगा।

दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम

इस निर्णायक और जवाबी परमाणु हमले के लिए एक शक्तिशाली पनडुब्बी-प्रक्षेपित बैलिस्टिक मिसाइल (एसएलबीएम) क्षमता जरूरी होती है, जो भारत के पास है। भारत के पास के-15 और के-4 एसएलबीएम मिसाइलें हैं, जिनकी रेंज 750 और 3500 किलोमीटर है। इन्हें अरिहंत से दागा जा सकता है। भारतीय बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बी बंगाल की खाड़ी में तैनात हैं। ऐसे में भारत अब चीन और पाकिस्तान को पानी के भीतर से ही निशाना बनाने में सक्षम हो गया है। चाइना एवं पाकिस्तान की किसी भी हरकत को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए भारतीय सेना ने एक और कदम आगे बढ़ा दिया है।

 

INS अरिहंत पहली परमाणु शक्ति से लैस पनडुब्बी

इस बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण ने साबित कर दिया है कि आइएनएस अरिहंत विमानवाहक पोत सभी प्रकार की क्षमता से परिपूर्ण है। आइएनएस अरिहंत भारत की पहली परमाणु शक्ति संपन्न पनडुब्बी है। इसे 2009 में लांच किया गया था और यह 2016 में नौसेना में शामिल हुई थी। इस पनडुब्बी को विशेष रूप से परमाणु संचालित बैलिस्टिक मिसाइलों को लांच करने के लिए डिजाइन किया गया है।

 

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