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आर-पार की लड़ाई के मूड में रूस, नाटो बॉर्डर पर तैनात किए न्यूक्लियर बॉम्बर

यूक्रेन की सीमा से लगे रूस के दक्षिणी और मध्य क्षेत्रों में 11 हवाई अड्डों के लिए उड़ानों पर अस्थायी प्रतिबंध 22 अक्टूबर तक बढ़ा दिया गया है। रूसी हवाई परिवहन एजेंसी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

यूक्रेन के खिलाफ जारी जंग के बीच रूस ने नाटो देशों के साथ लगने वाली सीमा से कुछ ही दूरी पर परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम बॉम्बर विमानों की तैनाती कर दी है। ऐसे में लग रहा है कि पुतिन इस बार आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं। रूस ने एक दो नहीं बल्कि 11 बमवर्षक विमान तैनात कर दिए हैं। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की ओर से परमाणु हमलों की धमकी के बाद रूसी की बमवर्षक विमानों को नाटो देशों की सीमा के करीब देखा गया है। एक सैटेलाइट इमेज में नॉर्वे की सीमा से 20 मील की दूरी पर रूस के टीयू-160 और टीयू-95 बॉम्बर्स की फ्लीट नजर आए हैं।

मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि इसी महीने की सात तारीख को ली गई तस्वीर में रूस के एयरबेस ओलेन्या पर सात बमवर्षक और चार टीयू-95 विमान नजर आए हैं। वहीं, इसके दो दिन बाद ली गई तस्वीर में सात बमवर्षक विमानों में से एक को रनवे पर उड़ान भरते हुए भी देखा गया है। टीयू-160 को रूस का सबसे घातक विमान माना जाता है। इसके रफ्तार का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि यह दो मैक की गति से उड़ान भर सकता है। इसके साथ-साथ ऑपरेशन के दौरान यह 7500 मील की दूरी बिना रुक तय कर सकता है।

रूस परमाणु हथियारों की दे चुका है चेतावनी

यूक्रेन पर परमाणु हमले को लेकर रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा है कि मॉस्को तब ही परमाणु हथियारों का सहारा लेगा जब रूस को तबाही का सामना करना पड़ेगा। सरकारी टीवी से बातचीत करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि पश्चिमी देश रूस की मंशा को लेकर झूठी अटकलों को बढ़ावा दे रहे हैं। इस बीच रूस के उप विदेश मंत्री सर्गेई रयाबकोव ने मंगलवार को चेताया कि यूक्रेन को पश्चिमी देशों की सैन्य सहायता, नाटो के सदस्य देशों में उसके सैनिकों को प्रशिक्षित करना, यूक्रेन को उपग्रह का डेटा उपलब्ध कराना, पश्चिमी देशों को कीव की तरफ से संघर्ष में तेज़ी से शामिल कर रहा है। इससे पहले पुतिन ने कहा कि रूस अपने क्षेत्रों की रक्षा करने के लिए सभी उपलब्ध साधनों का इस्तेमाल करने से नहीं हिचकेगा।

क्यों खतरनाक है टीयू-160 की तैनाती?

रूस की ओर से नाटो देशों की सीमा पर खतरनाक बॉम्बर टीयू-160 की तैनाती इसलिए भी अहम है क्योंकि यह 2200 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकता है। इसके साथ-साथ यह 110000 किलोग्राम वजन अपने साथ ले जाने में भी सक्षम है। ऐसे परमाणु हथियारों को ले जाने में इसे किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं है। इस विमान के ताकत का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इसके पंखों का फैलाव ही 58 मीटर के करीब है।

नाटो में शामिल होना चाहता है नाटो

रूस के खिलाफ लड़ाई के बीच यूक्रेन औपचारिक रूप से नाटो में शामिल होने के लिए आवेदन दिया है। यूक्रेन का आवेदन देना रूस को नागवार गुजरा है। जिसके जवाब में रूस की सुरक्षा परिषद के उप सचिव अलेक्जेंडर वेनेडिक्टोव ने कहा कि कीव अच्छी तरह से जानता है कि इस तरह के कदम का मतलब तीसरे विश्व युद्ध की गारंटी होगी। यूक्रेन के खिलाफ लड़ाई में नाटो देश यूक्रेन को हर संभव मदद तो दे रहे हैं लेकिन वो रूस के खिलाफ कोई सीधा एक्शन नहीं ले पा रहे हैं। क्योंकि उनके भी हाथ बंधे हैं। अगर यूक्रेन नाटो में शामिल होता है तो फिर वो देश रूस के खिलाफ सीधे आमने-सामने हो सकते हैं।

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