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राज्यपाल की पीलीभीत यात्रा 

डॉ दिलीप अग्निहोत्री 

केंद्र और प्रदेश सरकार अनेक स्वास्थ्य योजनाओं का संचालन कर रहीं हैं.इनमें दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना भी शामिल है. खासकर पर ग्रामीणों को  ऐसी सभी योजनाओं की जानकारी होनी चाहिए. जिससे आवश्यकता पड़ने पर वह इन योजनाओं का लाभ उठा सकें. वर्तमान सरकार जैविक या प्राकृतिक कृषि के लिए भी अभियान चला रही है. राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल भी स्वास्थ्य,शिक्षा
जैविक कृषि के लिए लोगों को प्रोत्साहित करती है. उन्होने कहा कि गांव के लोगों तक इन योजनाओं का लाभ पहुंचाने में ग्राम प्रधानों को योगदान करना चाहिए. ग्राम प्रधानों को आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों के साथ जुड़कर केंद्र एवं प्रदेश इस दायित्व का निर्वाह करना चाहिए.
इसके साथ ही गांव के प्रत्येक शिशु को शिक्षा हेतु आंगनवाड़ी भेजने, सभी सरकारी योजनाओं का लाभ गॉव के लाभार्थियों तक पहुंचाने की आवश्यकता है. राज्यपाल ने बालिकाओं को सर्वाइकल कैंसर से बचाव हेतु टीका लगवाने, क्षय रोगियों को गोद लेने,जल संरक्षण जैसे कार्यों में भी सहयोग देने और लोगों को जागरूक बनाने का आह्वान किया. 
आनंदीबेन पटेल ने जनपद पीलीभीत भ्रमण के तीसरे  दिन सुदूरवर्ती क्षेत्र में स्थित ग्राम मटैया लालपुर में गांव वासियों से मुलाकात और वार्ता, सब्जी उत्पादक कृषकों एवं प्रगतिशील किसानों, महिला कृषक समूहों से संवाद किया।उन्होंने कहा की महिलाएं जब किसी काम को सामूहिक रूप से प्रारम्भ करती हैं तो उसके सकारात्मक परिणाम सामने आते हैं।महिलाओं के कृषि तथा अन्य उत्पादों को बड़ा बाजार उपलब्ध कराने पर जोर देते हुए कहा कि इन उत्पादों को सुव्यवस्थित विपणन प्राप्त हो जाने से एक सुरुचिपूर्ण विकास देखने को मिलेगा।ग्रामीण उद्योग और हस्त निर्मित उत्पादों के निर्माण को सुगम करने हेतु प्रोजेक्ट दिए जाएँ तो बेहतर परिणाम प्राप्त होंगें।
 राज्यपाल ने अपने सम्बोधन में स्थानीय महाविद्यालयों और स्कूलों के विद्यार्थियों को  गावों में भ्रमण कराने, यहां की आवश्यकताओं से परिचित कराने, गावों में प्रोजेक्ट कार्य कराने पर जोर दिया।
आंगनबाडी केन्द्र में पढ़ रहे बच्चों से शिक्षा की गुणवत्ता परखी और आंगनबाड़ी केन्द्र को सुविधा सम्पन्न बनाने के लिए बच्चों को पढ़ने हेतु कुर्सी, मेज, विभिन्न प्रकार खिलौने, खाना खाने हेतु प्लेटें सहित अन्य वस्तुएं प्रदान की।
आंगनवाड़ी केंद्रों पर पोषण वाटिका को विकसित करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि सब्जियों के उत्पादन में किसी भी प्रकार की रासयानिक खादों व दवाओं का प्रयोग न करें और आर्गेनिक खेती पर जोर दिया जाये।सब्जियों के उत्पादन में कम्पोस्ट व गोबर की खाद का प्रयोग करें, जिससे की सभी को शुद्व सब्जियॉ प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि सब्जी का उत्पादन बढेगा-समाज से कुपोषण हटेगा।

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