गणतंत्र दिवस
सुमन अग्रवाल "सागरिका"
26 जनवरी गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रगीत गाएं हम।
जन-गण-मन अधिनायक सुर-ताल मिलाएं हम।
जिन शहीदों की बदौलत, मेरा हिंदुस्तान जिंदा है,
लुटा दे देश पे जो जान उनका परचम लहराएं हम।
सुभाष, भगतसिंह, सुखदेव उनको मेरा सलाम है,
केसरिया, सफेद, हरा, तिरंगा झंडा फहराएं हम।
हरी-हरी हो धरती प्यारी सुंदर हरे-भरे हो खेत,
इस धरा के कण-कण में हरियाली फैलाएं हम।
बार-बार मुल्क़ में जिन दुश्मनों ने हमें ललकारा हैं,
धहकते अंगारों पर चल, उन्हें सबक़ सिखाएं हम।
बहुत हो गया बड़बोलापन बहुत हो गये भाषण,
न रुकेंगे प्रकति पथ पे कदम-से-कदम बढ़ाएं हम।
मशाल लेकर चल दिये, देश का तम मिटाना हैं,
जितने गुनहगार देश में सबको सज़ा दिलाएं हम।
वतन के वास्ते शहीद हुए, शत्-शत् उन्हें प्रणाम है,
उनसे ही महफूज़ हैं, आज़ादी का जश्न मनाएं हम।
जाति-पांति का भेदभाव छोड़ देशप्रेमी बन जाएं,
गिले-शिकवे भूलकर अवसादों को मिटाएं हम।
सुमन अग्रवाल "सागरिका"
आगरा