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इस राज्य में कोरोना से ज्यादा टेंशन दे रहीं डेंगू जैसी मौसमी बीमारियां, आखिर क्या है वजह?

श्रीनिवास राव ने शुक्रवार को मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य की राजधानी में डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस साल ग्रेटर हैदराबाद में डेंगू के 158 मामले दर्ज किए गए।

पूरे देश और दुनिया में कहर मचा चुका कोरोना वायरस अभी खत्म नहीं हुआ है लेकिन भारत के इस राज्य में कोरोना से ज्यादा अन्य मौसमी बीमारियां चिता का विषय बनी हुई हैं। हम बात कर रहे हैं तेलंगाना की। तेलंगाना में पिछले तीन दिनों में कोरोना वायरस के संक्रमण बढ़ने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग ने महामारी की चौथी लहर की संभावना से इनकार किया है, लेकिन जनता से डेंगू के संभावित प्रकोप से सावधान रहने को कहा है, खासकर हैदराबाद में।

स्वास्थ्य निदेशक डॉ जी श्रीनिवास राव ने शुक्रवार को मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य की राजधानी में डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस साल ग्रेटर हैदराबाद में डेंगू के 158 मामले दर्ज किए गए। इनमें से 100 से अधिक मामले अप्रैल और मई में सामने आए थे। मौसमी बीमारियों को इस समय एक बड़ी चिंता बताते हुए, डॉ राव ने कहा कि ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम वेक्टर जनित बीमारियों के खिलाफ लार्वा विरोधी अभियान चला रहा है और लोगों को जरूरत पड़ने पर चिकित्सा सहायता लेने की सलाह दी है।

डॉ राव ने कहा, “हम चौथी लहर से इंकार कर सकते हैं क्योंकि कोरोनावायरस के कोई नए वेरिएंट की सूचना नहीं है। हमने पिछले कुछ हफ्तों में कोरोना के बीए4 वेरिएंट के आठ मामले और बीए5 वेरिएंट के पांच मामले देखे हैं। ये ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट हैं और राज्य में रिपोर्ट किए जा रहे 60 प्रतिशत से अधिक मामले ओमिक्रॉन के बीए 2 सब-वेरिएंट के हैं। चूंकि हमारी अधिकांश आबादी ने संक्रमण और टीकाकरण कवरेज के माध्यम से ओमिक्रॉन लहर के दौरान हाइब्रिड प्रतिरक्षा विकसित की है, इसलिए हमें अभी कोई खतरा नहीं दिख रहा है।” 

उन्होंने कहा कि डेंगू के 103 मामले सरकारी अस्पतालों में और 55 निजी अस्पतालों से सामने आए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि तेलंगाना ने अपना मास्क को लेकर नियम कभी वापस नहीं लिया। उन्होंने लोगों को सार्वजनिक रूप से कोविड-उपयुक्त व्यवहार का पालन करने और बिना देरी किए टीकों की बूस्टर खुराक प्राप्त करने की सलाह दी। उन्होंने कहा, “लगभग 10 सप्ताह के बाद, दैनिक मामले अब 100 के पार जाने लगे हैं। हमारी संक्रमण दर अभी भी 0.9 प्रतिशत है।” राज्य में 811 एक्टिव केस हैं। उनमें से 560 हैदराबाद में, 136 रंगारेड्डी जिले में और 52 मेडचल मलकाजगिरी जिले में हैं।

स्वास्थ्य निदेशक ने कहा, "चिंता करने की कोई बात नहीं है। हमने पिछले आठ हफ्तों में शून्य कोविड मौतें दर्ज की हैं। वर्तमान में हम जो मामले देख रहे हैं, वे केवल हल्के रोगसूचक मामले हैं और कोविड का कोई भी स्थानीय समूह अब तक हमारे संज्ञान में नहीं आया है।” देश भर में कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों की पृष्ठभूमि में, आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय ने हाल ही में विभाग से दैनिक परीक्षणों की संख्या बढ़ाने को कहा है। डॉ राव ने कहा कि विभाग एक दिन में 10,000 से 14,000 के बीच परीक्षण कर रहा है।  

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