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योगिराज में न्याय की भीख मांगने के लिए दर-दर भटक रहा पीड़ित परिवार, आरोपियों को बचाने में जुटी पुलिस

धर्मेंद्र सिंह

आगरा। आरोपियों के फोटो मोबाइल में लेकर घूम रही पुलिस आरोपियों को पकड़ने की वजाए उन्हें बचाने में जुटी हुई है थाना एत्माद‌्दौला की पुलिस। वहीं पीड़त पक्ष चार दिनों से दर-दर न्याय की भीख मांगने के लिए भटक रहा है। गंभीर हालत में अपने बेटे को लेकर एक पीड़त मां कभी थाना कभी चौकी तो कभी एसएसपी कार्यालय के चक्कर लगा रही हैं। वहीं पुलिस है कि उसे इधर से उधर टहला रही है।
थाना एत्माद‌्दौला स्थित कालिंदी विहार शिवानी धाम फेस टू निवासी पायल कटियार का बेटा ध्रुव 10 जुलाई को अपने कॉल सेंटर कार्यालय से घर लौट रहा था। सीएनजी पैट्रोल पंप से वह जब अपने घर के लिए जा रहा था तभी तीन लड़कों ने उसके बैग को छीनने का प्रयास किया जिसे उसने जब बचाने का प्रयास किया तो तीनों ने उस पर प्रहार करना शुरू कर दिया। उसमें से एक लड़के को ध्रुव ने पहचान लिया। पहचान होने के कारण उन तीनों ने उसे जान से मारने के उद‌ेश्य से पत्थरों से ताबड़तोड़ प्रहार करना शुरु कर दिया। जब उन तीनों को लगा कि वह मर गया है तो उसका सारा सामान लेकर उसे मरा समझकर छोड़कर चले गये। अर्दबेहोशी में जब ध्रुव सीएनजी तक आया तो वहां के कर्मचारियों ने 112 पर फोन किया। 112 की 1331 नंबर की गाड़ी पर जगदीश सिंह सिपाही ने उसे यह कहकर अपनी गाड़ी में बैठाकर अस्पताल ले जाना उचित नहीं समझा कि उसकी गाड़ी खून से सन जायेगी। इसी दौरान ध्रुव के परिजन वहां पर पहुंच गये। उन्होंने उसे उठाकर जिला अस्पताल में उपचार के लिए पहुंचाया। दूसरे दिन थाना एत्मद‌्दौला में जब एप्लीकेशन दी तो वहां के पुलिस ने एप्लीकेशन लेते हुए उसकी रिसीविंग तक यह कहते हुए नहीं दी जाओ दो दिन का टाइम चाहिए। पीड़ित परिवार दो दिन बाद जब पहुंचा तो उनकी एप्लीकेशन खोने की जानकारी दी गई। पीड़ित ने जब एसएसपी कार्यालय जाने की धमकी दी तो यह कहकर घर भेज दिया कि जाओ आपकी एफआईआर हो जायेगी। शाम तक एफआईआर हुई लेकिन घटना को पूरी तरह से तोड़मरोड़कर पेश किया गया। उसमें न ही लूट की घटना का जिक्र किया गया न ही जान से मारने की कोई बात लिखी गई। एप्लीकेशन को ही बदल दिया गया। पीड़ित परिवार कल एसएसपी कार्यालय पहुंचा तो वहां से भी थाना छत्ता के लिए टहला दिया गया।

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