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हिंदू राजाओं पर 4 लाइन और मुगलों पर लिखी गई पूरी किताब- बोले अक्षय कुमार, लोग पूछने लगे- इतिहासकार कब से बन गए?

अभिनेता अक्षय कुमार ने एक इंटरव्यू में कहा कि देश में मुगलों के अलावा राजाओं के इतिहास को पढ़ाया जाना चाहिए।

अभिनेता अक्षय कुमार ने अपनी आने वाली फिल्म ‘सम्राट पृथ्वीराज’ के रिलीज होने से पहले न्यूज एजेंसी ANI को इंटरव्यू दिया है। इस इंटरव्यू में अक्षय कुमार ने फिल्म से जुड़ी बातों के अलावा देश की शिक्षा प्रणाली, इतिहास पर भी बात की है। इंटरव्यू के दौरान अक्षय कुमार ने सरकार से बच्चों को देश के राजाओं के बारे में पढ़ाने की अपील की है।

ANI से बात करते हुए अक्षय कुमार ने कहा कि ‘हमारे इतिहास की किताबों में पृथ्वीराज चव्हाण के बारे में लिखने वाला कोई नहीं है। मैं शिक्षा मंत्री से अपील करना चाहूंगा कि इस मामले को देखें कि क्या हम इतिहास को संतुलित कर सकते हैं। हमें मुगलों के बारे में पता होना चाहिए, ठीक है लेकिन हमारे राजाओं के बारे में भी लोगों को पता होना चाहिए, उन्हें पढ़ाया जाना चाहिए, वे भी महान थे।’  

लोगों की प्रतिक्रियाएं: सत्यसारथी नाम के यूजर ने लिखा कि ‘अगर स्कूल की पढ़ाई कनाड़ा की जगह भारत में किया होता तो न केवल मुगलों बल्कि भारत के पांच हजार सालों के इतिहास को भी जान लिया होता। ये पृथ्वीराज चव्हाण भी मुगलों से 400 साल पहले के राजा थे।’ ज्ञानेंद्र झा ने लिखा कि ‘कनाडियन कुमार, करियर बचाने के लिए पहले भी फर्जी राष्ट्रवाद का नशा करते थे और अब फ़िल्म बचाने के लिए हिन्दू-मुस्लिम का सहारा ले रहे हैं।’

पृथ्वीराज ने लिखा कि ‘भारत में आपने कहां से पढ़ा है, जहां पृथ्वीराज चव्हाण और महाराणा प्रताप की वीरता का पाठ नहीं पढ़ाया गया।’ अखिलेश त्रिपाठी ने लिखा कि ‘कनाडियन बाबू कबसे इतने बड़े इतिहासकार बन गये कि वे इतिहास पर ही सवाल उठाने लगे।’ यादवेन्द्र कुमार ने लिखा कि ‘ये ना भारतीय नागरिक हैं और ना इन्हें इतिहास पता है। बस पैसा कमाने के लिए ड्रामा किया करते हैं।’

राजीव गोयल में लिखा कि ‘अक्षय कुमार अगर एजुकेशन पॉलिसी और किताब के कंटेंट के बारे में कुछ भी बोलेंगे, तो क्या अब इसे भी सुना जायेगा?’ पत्रकार सोहित मिश्रा ने लिखा कि ‘अक्षय कुमार की गलती नहीं है, अक्षय कुमार ने खुद पहले कहा था कि कभी पढ़ाई उनके लिए महत्त्वपूर्ण नहीं रही है। अब जब फ़िल्म को बॉक्स आफिस पर चलाना है तो कुछ तो बोलना ही होगा और जब मौजूदा मुसलमानों को टारगेट नहीं बनाया जा सकता है तो मुगल ही सही।’

पत्रकार रोहिणी सिंह ने लिखा कि ‘यदि कनाडा के इस नागरिक ने भारतीय विद्यालयों में इतिहास पढ़ा होता तो मुगलों और हिंदू राजाओं सहित सभी राजवंशों और शासकों के बारे में पढ़ा होता। थोड़ा ज्ञान खतरनाक है।’ विद्या ने लिखा कि ‘अक्षय कुमार को गंभीरता से नहीं  लिया जा सकता है, जब तक कि वह अपना कनाडाई पासपोर्ट छोड़ कर भारत के लिए अपनी चिंता का समर्थन नहीं करते।’

वहीं स्टैंडअप कॉमेडियन संजय राजौरा ने लिखा कि निकट भविष्य में यह आदमी एक फिल्म में दिखाई देगा- “चाचा चौधरी और राका की वापसी”- और कहेगा “हमारे इतिहास की पुस्तकों में राका के बारे में कोई पंक्तियां नहीं हैं।” आलिशान जाफरी ने लिखा कि ‘कनाडा में क्यों पृथ्वीराज चौहान के बारे में पढ़ाया जाएगा।’ पत्रकार मधुरेन्द्र कुमार ने लिखा कि ‘अब एक्टर भी इतिहास पढ़ाएंगे! अपनी फिल्म को बेचने के लिए, PR करो, प्रोपगंडा नहीं।’

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