साहित्यकारों ने दिखाई अपनी सहृदयता
विनोद सिंह गुर्जर
पैतालिस वर्षों से साहित्य सेवा में लगे वरिष्ठ कवि, गज़लकार बालक राम साद, इंदौर विगत 11 जून, 2022 को देवास मुशायरे से लौटते हुए बड़ी दुर्घटना के शिकार हुए और उन्होंने अपना दाहिना पैर हमेंशा के लिए खो दिया। उनकी आर्थिक स्थिति दयनीय और उम्र के 75 वे पड़ाव पर मेहनत से अपना जीविकोपार्जन कर साहित्य साधना में लीन रहे है।
सरल सहज स्वभाव और उनके व्यक्तित्व से प्रभावित कवि विनोद सिंह गुर्जर एवं लेखिका सपना सी. पी. साहू "स्वप्निल" ने दो दिवसीय मुहिम चलाई जिसमें 40 वृहद हृदय के साहित्यकारों ने आगे बढ़कर उन्हें एक सम्मिलित कोष बनाकर सहायता राशि भेंट की। यह राशि उनके घर कवि विनोद सिंह गुर्जर, डाॅ. विमल सक्सेना,डाॅ. एस.सी.अष्ठाना एवं कवि गगन खरे ने मिलकर भेंट की तथा सभी साहित्यकारों की ओर से उनके शीघ्र स्वास्थ लाभ की शुभकामनाएं दी।
साथ ही सभी साहित्यकारों का विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं से निवेदन भी है कि उनकी सहायता के लिए आगे आए और सहायता हेतु अपने हाथ बढ़ाये।
"जो हो आपका एक सहयोगी कदम,
ईश्वर के आपकी ओर हजार कदम।।"