सच्चे मन से किया गया कार्य समाज में सदैव सफलता दिलाता हैं : समाजसेवक राजेश खुराना
आगरा
आगरा। संकट की घडी में बेज़ुबानों पर ही नहीं इंसानों पर भी कभी - कभी ऐसा कठिन समय आ जाता हैं जब अपने ही अपनो से मुँह मोड़ लेते है, ऐसे संकट के समय में जरूरतमंदों का सहारा बनकर उनकी हर सम्भव मदद करते हैं आत्मनिर्भर एक प्रयास के अध्यक्ष एवं सुप्रशिद्ध समाजसेवी श्री राजेश खुराना।
स्मार्ट सिटी, भारत सरकार के सलाहकार सदस्य, उत्तर प्रदेश अपराध निरोधक लखनऊ के सचिव व हिन्दू जागरण मंच, ब्रज प्रान्त उ.प्र. के प्रदेश संयोजक तथा आत्मनिर्भर एक प्रयास के चेयरमैन व सुप्रशिद्ध समाज सेवक राजेश खुराना ने इस सन्दर्भ में बताया कि स्वास्थ्य, शिक्षा एवं साहित्यिक मूल्यों को समर्पित संस्था आत्मनिर्भर एक प्रयास लोगों के दिलों में घर बना चुका है। इसकी शुरुआत लोगों की सेहत स्वास्थ्य एवं शिक्षा को देखते हुए श्रीमति नोनिता जी के माध्यम से शुरू की गई। संस्था आत्मनिर्भर एक प्रयास लोगों को स्वास्थ्य, शिक्षा एवं स्वास्थ्य लाभ मानवता के आधार पर पिछले 20 वर्षों से निशुल्क जरूरतमंदों की सेवा में निरन्तर कार्य कर रहा हैं। जरूरतमंद लोगों की परेशानियों को देखते हुए चाहे किसी का इलाज करवाना हो या सूखा राशन वितरण हो या स्वास्थ्य, शिक्षा में समानता के आधार पर हर संकट की घडी में उनके सहयोग में आगे रहा। आत्मनिर्भर एक प्रयास के समाज सेवा के कार्यों को लोग खुद को सेवक बता के गर्व महसूस करते हैं और हर सामाजिक कार्य में कंधे से कंधा मिलाकर अपना पूरा सहयोग भी देती है और इसी बात को देखते हुए संस्था बनाने का निर्णय लिया ताकि हर जरूरतमंद की सहायता करने में कहीं दिक्कत ना आए। इस विचार के साथ अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए श्री खुराना ने बताया कि लगातार हो रही बरसात व् जल जमाब के चलते आमजनमानस सहित बेजुबान भी परेसान है। ऐसे में वहाँ गौमाता, श्वान व बन्दरो को खाने का संकट है। इसलिए ज़रूरतमंदों का ही नहीं बेज़ुबानों का भी ध्यान रखें। इन सब जरुतमंदो के साथ गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी हमारी स नरसेवा सेवा नारायण को ध्येय वाक्य मानकर हर जरूरतमंद तक हर सम्भव मदद पहुचाने का हमारा प्रयास अनवरत जारी है। रोज की भांति पौधों को सहेजना उनको खाद पानी देना, नई पौध लगाने का कार्य बुजुर्गों के आशीर्वाद से लगातार आज भी जारी हैं, साथ ही गौमाता, श्वान व बंदरों को फल, भोजन पानी एवम जरूरतमंदों को सूखा राशन व बच्चों को किताब,काँपी, पेंसिल वितरण का कार्य भी किया जा रहा हैं। बंदरों को रोज की भांति केले व फल उपलव्ध करने के साथ ही ज़रूरत मंदों से मिली जानकारी पर खाना वितरण किया जा रहा हैं व बेजुबान के पानी पीने के लिये अनवरत बस्तियों में नाँद रखवायीं जा रही हैं। साथ ही आत्मनिर्भर एक प्रयास संस्था के द्वारा अलग-अलग बस्तियों में भोजन एवं दवा आदि वितरण सेवा कार्य निरन्तर किया जा रहा हैं। इसी सन्दर्भ में 7वें अंतरराष्ट्रीय ताज रंग महोत्सव में आगरा के ही नहीं मलेशिया, बांग्लादेश, इजिप्ट, नेपाल और भारत के विभिन्न प्रांतों से आए कलाकारों व समाजसेवी हस्तियों का सम्मान किया गया। हमारी भी से अपील हैं कि ज़रूरतमंदों का और बेज़ुबानों का ध्यान रखें। क्योंकि सच्चे मन से किया गया कार्य समाज में सदैव सफलता दिलाता हैं।