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पहले से सुधरी लखनऊ-प्रयागराज की हवा, चेक करें अपने शहर का एक्‍यूआई

दिवाली के 15 दिन बीतने के बाद भी यूपी के वातावरण में जहरीली हवा का प्रकोप कम नहीं हुआ है। सबसे ज्यादा असर नोएडा और गाजियाबाद में देखने को मिल रहा है। यहां एक्यूआई अभी भी 300 के पार है।

दिवाली के 15 दिन बीतने के बाद भी यूपी के वातावरण में जहरीली हवा का प्रकोप कम नहीं हुआ है। सबसे ज्यादा असर नोएडा और गाजियाबाद में देखने को मिल रहा है। यहां एक्यूआई अभी भी 300 के पार है। लखनऊ और प्रयागराज की बात करें तो यहां के हालात पहले से सुधरे हैं। सोमवार की सुबह यूपी के ज्‍यादातर प्रमुख शहरों में वायु गुणवत्‍ता सूचकांक (एक्‍यूआई) अच्‍छी स्थिति नहीं है से लेकर बेहद खराब स्थिति तक में दर्ज किया गया। हालांकि शाम तक कुछ शहरों में प्रदूषण का लेवल कम देखने को मिला है। 

मेरठ में बताया जा रहा है कि शाम से हवा की गति शांत होने से सुबह के वक्त धुंध की चादर छा सकती है। दिन में भी धूप बेहद कमजोर रहेगी और धुंध जैसा बना रहेगा। नौ नवंबर के बाद से मेरठ में उत्तर-पश्चिमी हवा पहुंचेंगी। इससे दिन-रात के तापमान में गिरावट होगी। साथ ही हवा की गुणवत्ता में भी सुधार आएगा। सोमवार की सुबह नौ बजे गाजियाबाद के वसुंधरा में 338 एक्‍यूआई मिला जो बेहद खराब स्थिति थी। यहां शाम तक एक्यूआई 324 पर पहुंच गया। नोएडा के सेक्‍टर 62 में सुबह 363 एक्‍यूआई पाया गया। जो शाम को 351 एक्यूआई दर्ज किया गया। मेरठ के गंगानगर में शाम को एक्‍यूआई 275, लखनऊ के तालकटोरा क्षेत्र में 207, वाराणसी के मलदहिया में 191, कानपुर के नेहरू नगर में 236, प्रयागराज के मोतीलाल नेहरू एनआईटी क्षेत्र में 162 और बरेली के सिविल लाइन्‍स क्षेत्र में 200 पाया गया। 

सोमवार शाम पांच बजे यूपी के विभिन्न जिलों में दर्ज एक्यूआई

शहर स्थान AQI हवा कैसी है
आगरा मनोहरपुर 104 अच्‍छी नहीं है
  रोहता 64 ठीक है
  संजय पैलेस 122 अच्‍छी नहीं है
  आवास विकास कॉलोनी 143 अच्‍छी नहीं है
  शाहजहां गार्डेन 83 ठीक है
  शास्त्रीपुरम 84 ठीक है
बागपत कलेक्टर ऑफिस डाटा नहीं है  
  सरदार पटेल इंटर कॉलेज 315 बहुत खराब है
बरेली सिविल लाइंस 200 अच्छी नहीं है
  राजेंद्र नगर 157 अच्‍छी नहीं है
बुलंदशहर यमुनापुरम 196 अच्‍छी नहीं है
फिरोजाबाद नगला भाऊ 83 ठीक है
  विभब नगर 80 ठीक है
गाजियाबाद इंदिरापुरम 283 खराब है
  लोनी 307 बहुत खराब है
  संजय नगर 297 खराब है
  वसुंधरा 324 बहुत खराब है
गोरखपुर मदन मोहन मालवीय तकनीकी विश्वविद्यालय 217 खराब है
ग्रेटर नोएडा नॉलेज पार्क 3 312 बहुत खराब है
  नॉलेज पार्क 5 281 खराब है
हापुड़ आनंद विहार डाटा नहीं है  
झांसी शिवाजी नगर 109 अच्‍छी नहीं है
कानपुर किदवई नगर 199 अच्‍छी नहीं है
  आईआईटी डाटा नहीं है   
  कल्याणपुर 230 खराब है
  नेहरू नगर 236 खराब है 
खुर्जा कालिंदी कुंज 177 अच्‍छी नहीं है
लखनऊ आंबेडकर यूनिवर्सिटी 163 अच्‍छी नहीं है 
  सेंट्रल स्कूल 145 अच्‍छी नहीं है
  गोमती नगर 120 अच्‍छी नहीं है
  कुकरैल 127 अच्‍छी नहीं है
  लालबाग 175 अच्‍छी नहीं है
  तालकटोरा 207 खराब है
मेरठ गंगा नगर 275 खराब है
  जय भीम नगर 254 खराब है
  पल्लवपुरम 253 खराब है
मुरादाबाद बुद्धि विहार 162 अच्‍छी नहीं है
  इको हर्बल पार्क 238  खराब है
  रोजगार कार्यालय 197 अच्छी नहीं है
  जिगर कॉलोनी 180 अच्‍छी नहीं है
  कांशीराम नगर 161 अच्छी नहीं है
  लाजपत नगर डाटा नहीं है  
  ट्रांसपोर्ट नगर 155 अच्छी नहीं है
मुजफ्फरनगर नई मंडी 180 अच्‍छी नहीं है
नोएडा सेक्टर 125 330 बहुत खराब है
  सेक्टर 62 351 बहुत खराब है
  सेक्टर 1 303 बहुत खराब है
  सेक्टर 116 312 बहुत खराब है 
प्रयागराज झूंसी 115 अच्‍छी नहीं है
  मोतीलाल नेहरू एनआईटी 162 अच्‍छी नहीं है
  नगर निगम 141 अच्‍छी नहीं है
वाराणसी अर्दली बाजार 164 अच्छी नहीं है
  भेलपुर 132 अच्छी नहीं है
  बीएचयू 114 अच्छी नहीं है
  मलदहिया 191 अच्छी नहीं है
वृंदावन ओमेक्स इटर्निटी 130 अच्‍छी नहीं है
नोट- AQI के किस रेंज का आपके लिए क्या मतलब है नीचे का टेबल चेक कर लें
AQI का रेंज हवा का हाल स्वास्थ्य पर संभावित असर 
0-50 अच्छी है बहुत कम असर
51-100 ठीक है संवेदनशील लोगों को सांस की हल्की दिक्कत
101-200 अच्छी नहीं है फेफड़ा, दिल और अस्थमा मरीजों को सांस में दिक्कत
201-300 खराब है लंबे समय तक ऐसे वातावरण में रहने पर किसी को भी सांस में दिक्कत
301-400 बहुत खराब है लंबे समय तक ऐसे वातावरण में रहने पर सांस की बीमारी का खतरा
401-500 खतरनाक है स्वस्थ आदमी पर भी असर, पहले से बीमार हैं तो ज्या

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