'इन्हें कपड़ों से न पहचानिए, न गोली चलाना न बुलडोजर', अग्निपथ स्कीम पर असदुद्दीन ओवैसी ने पीएम मोदी को घेरा
अग्निवीर स्कीम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन पर असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि पीएम को न तो इन प्रदर्शनकारियों की पहचान उनके कपड़ों से करनी चाहिए और न ही उनके खिलाफ गोली और न ही बुलडोजर का इस्तेमाल करना चाहिए।
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि अग्निपथ योजना देश की बेरोजगारी के मुद्दे को हल नहीं करेगी बल्कि इसे और बढ़ाएगी। ज्यादातर बिहार, हरियाणा में इस योजना के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध के बीच ओवैसी ने प्रदर्शनकारियों पर हरियाणा पुलिस की गोलीबारी का वीडियो ट्वीट किया और कहा कि पीएम मोदी को न तो इन प्रदर्शनकारियों की पहचान उनके कपड़ों से करनी चाहिए और न ही उनके खिलाफ गोली और न ही बुलडोजर का इस्तेमाल करना चाहिए। ओवैसी ने ट्वीट किया, 'अपना गलत फैसला वापस ले लें। देश की 66 फीसदी आबादी युवा है। उनकी बात को समझें।'
अग्निपथ स्कीम को लेकर देश के कई राज्यों में उग्र प्रदर्शन हो रहा है। बिहार में प्रदर्शनकारियों ने कई ट्रेनें फूंक दी और नवादा में भाजपा कार्यालय में आग लगा ली। हरियाणा के पलवल में डीसी दफ्तर पर पत्थरबाजी हुई है, जिसके बाद पुलिस को हवा में फायरिंग करनी पड़ी। इस बीच ओवैसी ने सरकार की इस नई स्कीम पर ट्वीट किया है, उन्होंने लिखा, "अग्निपथ बेरोजगारी कम नहीं करेगा बल्कि बढ़ाएगा। पाकिस्तान और चीन के साथ भारत के मुद्दे अभी तक हल नहीं हुए हैं। हमारे सैनिक आपकी योजना नहीं हैं। वे आपके दिमाग की तरंगों की प्रयोगशाला नहीं हैं। अग्निपथ देश के हित में नहीं है।"
स्कीम वापस ले सरकार, विपक्ष की मांग
उधर, अन्य विपक्षी नेताओं अखिलेश यादव, अमरिंदर सिंह, मायावती और अरविंद केजरीवाल जैसे राजनीतिक नेताओं ने सेना में अल्पकालिक रोजगार के लिए अपनी अस्वीकृति व्यक्त की। कांग्रेस पार्टी ने भी इस स्कीम को तत्काल वापस लेने की मांग की है।
सरकार ने किया बचाव
दूसरी ओर, केंद्रीय मंत्रियों, भाजपा नेताओं और कई मुख्यमंत्रियों ने इस योजना का बचाव किया और कहा कि अग्निपथ युवाओं के लिए नए रास्ते खोलेगा। सरकार ने एक स्पष्टीकरण जारी कर पुष्टि की कि अनुबंध के चार साल बाद अग्निवीरों का भविष्य असुरक्षित नहीं होगा। उद्यमिता में उद्यम करने के लिए 'सेवा निधि पैकेज' से चार साल के कार्यकाल के अंत में प्रत्येक रंगरूट को लगभग 11.71 लाख का पैकेज दिया जाना है।