अखिल भारतीय जाट महासभा ने की 12 जून को किले के अंदर विजय दिवस मनाने की माँग

आगरा। अखिल भारतीय जाट महासभा के प्रतिनिधि मंडल ने क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी आगरा मंडल को ज्ञापन सौंपकर 12 जून को आगरा विजय दिवस आगरा किले के अंदर मनाए जाने की मांग गयी तथा तथ्यों से अवगत कराते हुए बताया गया कि भरतपुर रियासत के अजेय महाराजा सूरजमल द्वारा 12 जून 1761 को 275 साल बाद मुगलों की सल्तनत को खत्म कर आगरा किले पर विजय प्राप्त की थी और आगरा सहित सम्पूर्ण ब्रजक्षेत्र को मुगलों के अत्याचार से मुक्ति दिलाई थी तथा ताजमहल के अंदर भूसा भरकर घोड़े बांध दिए थे उनके बाद उनके पुत्र महाराजा जबाहर सिंह ने भी आगरा पर शासन किया है आज भी प्रमाण के रूप में आगरा किले के अंदर राजा रतन सिंह जी की हवेली स्थिति है । आगरा किले पर लगभग 14 वर्ष तक भरतपुर रियासत का शासन रहा है । महासभा पिछले तीन वर्ष से उत्तर प्रदेश सरकार से लगातार मांग करती आ रही है आगरा विजय दिवस सरकार द्वारा आगरा किले के अंदर मनाया जाए जिस तरह से महाराष्ट्र सरकार वीर शिवजी महाराज का जन्म दिवस आगरा किले के अंदर मानती है । महासभा की माँग है कि कार्यक्रम में ब्रजमंडल की सर्व समाज के सभी पार्टियों के जनप्रतिनिधियों,सामाजिक संगठनों को आमंत्रित जाए । संयुक्त निदेशक पर्यटन शक्ति सिंह द्वारा आश्वस्त करते हुए बताया गया है कि कार्यक्रम आगरा किले के अंदर ही होगा और सरकार द्वारा 12 जून आगरा विजय दिवस के कार्यक्रम को सरकार ने अपने कलैंडर में सम्मिलित कर लिया है ।
श्री सिंह ने बताया कि विजय दिवस अब सरकारी स्तर पर ही मनाया जायेगा और किसी भी सामाजिक संस्था का कोई टैग नहीं होगा।
प्रतिनिधिमंडल ने कार्यक्रम में महाराजा सूरजमल के 14 वें वंशज महाराज विश्वेन्द्र सिंह को आमन्त्रित किये जाने का सुझाव दिया।
प्रतिनिधि मंडल में जिलाध्यक्ष कप्तान सिंह चाहर, जिलामहामंत्री वीरेन्द्र सिंह छौंकर, जिलाउपाध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह राणा,चौधरी गुलवीर सिंह, चौधरी नवल सिंह,सत्यवीर सिंह रावत मुख्य रूप से सम्मिलित रहे ।