नारकीय जीवन जीने को मजबूर गुलमोहरवासी, पांच दिन से नहीं उठा कूड़ा
गाजियाबाद। राकेश मार्ग स्थित गुलमोहर एन्क्लेव सोसाइटी के गेट पर लगे कूड़े के ढेर की समस्या सुलझने का नाम ही नहीं ले रही है। नगर निगम की लापरवाही और ठेकेदार की मनमानी के कारण यहां रहने वाले लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। कई बार सोसायटी की ओर से कूड़ा हटाने की मांग उठ चुकी है लेकिन हर बार नतीजा ढाक के तीन पात है। दो वार्डों की सीमा से लगी यह सोसायटी अपने द्वार पर जमा गदंगी पर आंसू बहा रही है। कूड़े पर हर समय जमा रहने वाले आवारा पशुओं से भी सोसायटी के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अब लोगों ने यहां से कूड़ाघर हटाकर सुंदर पार्क बनाने की अपील नगर निगम से की है। वहीं नगर निगम द्वारा इस ओर कोई विशेष ध्यान न देने से स्थानीय निवासियों में रोष व्याप्त है।
बता दें कि गाजियाबाद नगर निगम के वार्ड 22 और वार्ड 39 की सीमा पर स्थित गुलमोहर एन्क्लेव सोसाइटी के द्वार पर बना कूड़ाघर हटाने की पिछले काफी समय से मांग चलती आ रही है। लेकिन हर बार नगर निगम कोई न कोई रास्ता निकालकर स्थानीय निवासियों के हाथ मे लॉलीपॉप थमा देती है। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि पिछले महीने भी आरडब्लूए की ओर से शिकायतीं पत्र दिए गए थे जिसके बाद कूड़ा तत्काल उठवाकर मामले की शांत कर दिया गया था। लेकिन अब पिछले चार पांच दिन से इस कूड़ाघर में पड़ा कूड़ा सड़ रहा है लेकिन कूड़ा उठाने का ठेका लेने वाले ठेकेदार ने इस कूड़ाघर की सफाई तक नहीं करवाई है।
बताया जा रहा है कि कूड़ा निस्तारण का ठेका निगम द्वारा नेचर ग्रीन प्रा. कम्पनी को दिया गया था। लेकिन कूड़ा निस्तारण में यह फर्म लगातार घोर लापरवाही बरत रही है। कूड़ा निस्तारण वाले स्थान पर पेड़ लगाकर सुंदर पार्क में तब्दील करने की मांग नगर निगम से स्थानीय निवासियो ने की है। गुलमोहर एनक्लेव आरडब्लूए उपाध्यक्ष विनम्र जैन ने बताया कि लगातार नगर निगम और वार्ड पार्षदो को पत्र देकर आवारा पशुओं को आश्रयस्थल तक पहुंचाने और कूड़ाघर को स्थानांतरित करने की मांग की जा रही है। लेकिन इस पर कोई सुनवाई नगर निगम करने को तैयार नहीं है।