आगराउत्तर प्रदेश

आजादी के बाद भी भगत सिंह, सुखदेव राजगुरु को शहीद का दर्जा न मिलना शहादत का अपमान

भगत सिंह के जन्मदिन पर अखिल भारतीय जाट महासभा ने प्रधानमंत्री से की जोरदार मांग

आगरा। अखिल भारतीय जाट महासभा के तत्वाधान में शहीद ए आज़म सरदार भगत सिंह का 118 वां जन्मदिन मां पीतांबरा परिसर बमरौली रोड पर मनाया गया। सर्वप्रथम अखिल भारतीय जाट महासभा के जिला अध्यक्ष कप्तान सिंह चाहर ,महामंत्री वीरेंद्र सिंह छोंकर महानगर अध्यक्ष गजेंद्र सिंह नरवार (पूर्व पार्षद) आदि ने उनके चित्र पर दीप प्रज्ज्वलित कर पुष्प अर्पित किए।
इस अवसर पर हुई विचार गोष्ठी में वक्ताओं ने सरदार भगत सिंह सहित उनके साथी सुखदेव और राजगुरु को याद कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए ।
विचार गोष्ठी में जिला अध्यक्ष कप्तान सिंह चाहर ने कहा कि देश को आजाद हुए 78 साल हो गए लेकिन हुक्मरानों ने अभी तक भगत सिंह, सुखदेव राजगुरु को शहीद का दर्जा न देकर उनकी शहादत को अपमानित करने का काम किया है जो कि दुखद ही नहीं यह हुक्मरानों और राजनेताओं को शर्मिंदा करने वाला कृत्य है। कांग्रेस ने देश पर लंबे समय तक शासन किया भाजपा ने भी दो दशक शासन किया है लेकिन आजादी के इन अमर शहीदों को शहीद का दर्जा देने में भी कोताही बरत रहे हैं जोकि शर्मनाक है।
महानगर अध्यक्ष गजेंद्र दरबार ने कहा कि अखिल भारतीय जाट महासभा शीघ्र ही इन शहीदों को शहीद का दर्जा देने की मांग को लेकर प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को देगी।
जिला महामंत्री वीरेंद्र सिंह छोकर ने संचालन करते हुए कहा कि शहीद भगत सिंह समाजवादी विचारधारा के क्रांतिकारी थे वह छुआछूत जातिवाद के कट्टर विरोधी थे।
युवा जाट महासभा के महानगर अध्यक्ष लखन चौधरी और महिला प्रकोष्ठ की जिला अध्यक्ष श्रीमती निर्मल चाहर ने कहा कि शहीद भगत सिंह आज भी युवाओं के लिए प्रेरणा के स्रोत है 23 साल की अल्प उम्र में देश के लिए इतनी बड़ी शहादत युवाओं को देशभक्ति के लिए प्रेरित करती है।
युवा कवि श्री हीरेंद्र नरवर ने भगत सिंह पर वीर रस की अनेक पंक्तियां सुनायीं।
जन्मदिवस पर उपस्थित सभी गणमान्य जनों ने प्रधानमंत्री से नम्र शहीदों को शहीद का दर्जा देने की जोरदार मांग की।
विचार व्यक्त करने वालों में प्रमुख रूप से ज्ञानेंद्र मुखिया, महामंत्री लोकेंद्र भगोर व गौरव प्रधान इटोरा, सुभाष रावत, जितेंद्र रावत, कृष्णा पैलवार ,श्रीमती रामवती चाहर ,श्रीमती सरोज चाहर ,विष्णु चौधरी, श्याम सिंह चाहर आदि थे।

Share this post to -

Related Articles

Back to top button