युगऋषि वाङ्मय की स्थापना
लखनऊ। गायत्री ज्ञान मंदिर का ज्ञान यज्ञ अभियान के अन्तर्गत में 417वाँ युगऋषि वाङ्मय की स्थापना
‘‘ऋषि साहित्य मानवीय गरिमा का बोध कराता है।’’…………..
उमानंद शर्मा।
गायत्री ज्ञान मंदिर इंदिरा नगर, लखनऊ के विचार क्रान्ति ज्ञान यज्ञ अभियान के अन्तर्गत ‘‘जावित्री इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेदिक मेडिकल साइंसेज एण्ड हॉस्पिटल, रायबरेली रोड, लखनऊ‘’ के केन्द्रीय पुस्तकालय में गायत्री परिवार के संस्थापक युगऋषि पं. श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा रचित सम्पूर्ण 79 खण्डों का 417वाँ ऋषि वांड़मय की स्थापना कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। उपरोक्त साहित्य गायत्री परिवार की सक्रीय कार्यकर्त्रा श्री हंस जी ने अपने पूर्वजों की स्मृति में भेंट किया तथा सभी छात्र-छात्राओं एवं संकाय सदस्यों को हिन्दी अखण्ड ज्योति पत्रिका भेंट की।
इस अवसर पर वाङ्मय स्थापना अभियान के मुख्य संयोजक उमानंद शर्मा ने कहा कि ‘‘ऋषि साहित्य मानवीय गरिमा का बोध कराता है। श्रीमती ऊषा सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किये, संस्थान की प्राचार्या डॉ. सीमा सक्सेना ने धन्यवाद ज्ञापन व्यक्त किया।
इस अवसर पर उमानंद शर्मा, सर्वश्री हंस जी, देवेन्द्र सिंह, श्रीमती ऊषा सिंह, एवं संस्थान के चेयरमैन डॉ. ईशा त्यागी, प्राचार्या डॉ. सीमा सक्सेना, डॉ. प्रवीण मिश्रा, डॉ. रोहित शर्मा, डॉ. अंजलि पाण्डेय सहित विभागाध्यक्ष, चिकित्सकगण एवं भावी चिकित्सक छात्र-छात्रायें मौजूद थे।