कॉलोनी बसाने के लिए बिल्डर ने काट दिए 50 साल पुराने 6 पेड़, कार्यवाही की मांग
क्षेत्रीय वन अधिकारी ने काटे गए पेड़ों को लिया कब्जे में, 60 पेड़ मैंने अपने हाथ से लगाए थे खेत में: अनिल गर्ग 'अन्नी'
आगरा। ताज ट्रेपेजियम जोन सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर एक-एक पेड़ की गिनती करवा रहा है। दूसरी तरफ हरियाली का कत्ल नहीं रुक रहा है। खेरागढ़-सैंया मार्ग स्थित अयेला में बिल्डर ने कॉलोनी बसाने के लिए छह से अधिक पेड़ काट डाले। बीते रोज सुबह ग्रामीण जब खेतों पर पहुंचे, तो वहां उन्हें कॉलोनी के लिए समतल की जा रही भूमि पर पेड़ कटे मिले। निर्माण सामग्री पड़ी थी। किसानों ने हंगामा किया। एसडीएम खेरागढ़, पुलिस व वन विभाग को सूचना दी गई। किसानों ने बताया कि जिस खेत को कॉलोनी की प्लॉटिंग के लिए समतल किया जा रहा है। उसकी मेड़ पर 50 साल पुराने छह से अधिक पेड़ थे। जिन्हें बिल्डर ने काट डाला। सूचना पर पुलिस व वन विभाग के रेंजर पहुंचे। काटे व उखाड़े गए पेड़ों का कब्जे में लेकर उनकी पैमाइश की गई।
एसडीएम खेरागढ़ संदीप यादव से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्हें जानकारी नहीं थी। उन्होंने कहा कि निजी भूमि है। पेड़ काटने की लिखित शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। क्षेत्रीय वन अधिकारी ललित कुमार ने बताया कि काटे गए पेड़ों को कब्जे में लिया है। केस दर्ज कराया जाएगा।
वहीं दूसरी ओर इस मामले में खेरागढ़ के पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष (चेयरमैन) अनिल गर्ग अन्नी ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने अपने खेत में लगभग 60 पेड़ स्वयं अपने हाथों से लगाये थे। काफी वर्ष पूर्व में उन्हें भी काट दिया गया है। उन्होंने बताया कि जिस जगह कॉलोनी काटी जा रही है वहां पर मेरे खेत है। उन्होंने इसकी उच्च अधिकारियों से जांच करवा कर कड़ी कार्यवाही की मांग की है।