वायरल बुखार है घबराएं नहीं नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाएँ : डाॅ उपेन्द्र कुमार

आगरा। बारिश के मौसम में वायरल संक्रमण के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है, जिससे बच्चों में बुखार की समस्या गंभीर हो गई है। हाल ही में, बच्चों का तापमान 104 डिग्री फारेनहाइट तक पहुंच रहा है, और कई मामलों में दौरे पड़ने के साथ बेहोशी भी देखी जा रही है। यह बुखार आमतौर पर 5 से 7 दिनों में ठीक हो जाता है, लेकिन कई बार दवा लेने के बावजूद राहत नहीं मिल रही है।
सीएचसी के प्रभारी डाॅ उपेंद्र कुमार ने बताया कि बुखार 104 फारेनहाइट तक पहुंचने पर दिमाग में सूजन सहित अन्य अंग प्रभावित हो सकते हैं। अगर बुखार तेज है तो दिन में 4 बार तक बुखार की दवा ली जा सकती है लेकिन इसमें भी चिकित्सक की सलाह लें।
वायरल बुखार के लक्षण
बुखार के साथ अन्य लक्षणों में थकान, शरीर में दर्द, और कभी-कभी उल्टी भी शामिल हो सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि वायरल बुखार बच्चों में सामान्य है, लेकिन जब तापमान 104 डिग्री फारेनहाइट तक पहुंचता है, तो यह चिंताजनक हो जाता है। उच्च बुखार के कारण बच्चों में फेब्राइल कन्वल्शन (बुखारी दौरे) भी हो सकते हैं, जिसमें बच्चे बेहोश हो जाते हैं या झटके आने लगते हैं.
घबराएं नहीं नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाएँ
डाॅ उपेंद्र का कहना है कि ऐसे मामलों में तुरंत चिकित्सा सहायता लेनी चाहिए। बुखार के उच्च स्तर पर हाइपोथैलेमस (मस्तिष्क का एक हिस्सा) पर दबाव पड़ सकता है, जिससे और भी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं. ऐसे में घबराएं नहीं अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाएँ
उपचार और सावधानियाँ
बुखार के उपचार के लिए, घर पर कुछ सामान्य उपाय किए जा सकते हैं, जैसे कि पर्याप्त तरल पदार्थ का सेवन, आराम करना, और बुखार कम करने वाली दवाएं लेना। लेकिन यदि बुखार 104 डिग्री फारेनहाइट से अधिक हो जाए, तो तुरंत अस्पताल जाना आवश्यक है.
मौसम में बदलाव के कारण वायरल संक्रमणों में वृद्धि हो रही है, और माता-पिता को अपने बच्चों की स्वास्थ्य स्थिति पर ध्यान देना चाहिए। यदि बच्चे में बुखार के साथ अन्य गंभीर लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लेनी चाहिए।