समकालीन हिंदी साहित्य का प्रसिद्ध लेखिका हैं पद्मश्री उषा यादव, लीडर्स आगरा ने दिया तपन शिखर सम्मान

आगराः पद्मश्री प्रो.उषा यादव ने हिंदी साहित्य में अप्रतिम योगदान किया है। विभिन्न विधाओं में उनकी पुस्तकें लगातार प्रकाशित हो रही हैं। उन्होंने आगरा को नहीं, देश को गौरवान्वित किया है। प्रो.उषा यादव को” चले,शहर को समर्पित बुजुर्गो विभूतियों के घर, उनका अभिनन्दन एवं चरण वंदना करने, कार्यक्रम मे लीडर्स आगरा एवं तपन फाउंडेशन ने उन्हें ‘तपन शिखर’ सम्मान प्रदान किया।
लीडर्स आगरा और तपन फाउंडेशन के पदाधिकारी गुरुवार को नार्थ ईदगाह कालोनी स्थित प्रो.यादव के आवास पर गए, मुख्य अतिथि विधायक विजय शिवहरे जी ने उनको “तपन शिखर सम्मान “से नवाज़ा । लीडर्स आगरा के महामंत्री सुनील जैन, रंगकर्मी अनिल जैन, अनुज शिवहरे ने इलायची की माला पहनाई और कार्यक्रम संयोजक विधायक विजय शिवहरे,आदर्श नंदन गुप्ता,सुनील जैन,राहुल जैन,ने शाल ओढ़ा कर सम्मानित किया। अन्य पदाधिकारियों ने मेहरवान् खान, आयुसी गुप्ता, राजू सविता ने दुपट्टा पहनाया। उन्हें ट्राफी भी प्रदान की गई।
सुनील जैन ने प्रो.उषा यादव की हिंदी सेवा की सराहना करते हुए कहा कि वे केन्द्रीय हिंदी संस्थान आगरा, डॉ॰ भीमराव आम्बेडकर विश्वविद्यालय, कन्हैयालाल माणिकलाल मुंशी हिंदी विद्यापीठ में भी प्राध्यापन कार्य कर चुकी हैं। उन्हें उप्र हिंदी संस्थान, लखनऊ का बाल साहित्य का सर्वोच्च सम्मान ‘बाल साहित्य भारती’ तथा विश्वविद्यालय स्तरीय सम्मान भी प्राप्त हुआ। मप्र साहित्य अकादमी ने उनके उपन्यास ‘काहे री नलिनी’ को ‘अ.भा. वीरसिंह देव पुरस्कार’ प्रदान किया है। लेखक और प्रमुख साहित्यकार उषा यादव को भारत सरकार ने पद्मश्री की उपाधि से विभूषित कर आगरा की जनता को उपक्रत किया है |
इस मौके पर विधायक विजय शिवहरे, आदर्श नंदन गुप्त, सुनील जैन, मेहरवान् खान, अनिल जैन” रंगकर्मी, अनुज शिवहरे, आयुषी गुप्ता, राहुल जैन, सुनील बग्गाराजू सविता मौजूद रहे।