तीन दिवसीय गुरमत समागम का हुआ समापन
आगरा। गुरुद्वारा गुरु का ताल में चल रहे तीन दिवसीय गुरमत समागम का 3 अक्टूबर को समापन हो गया अंतिम दिन इस समागम के दौरान अमृत संचार कराया गया ।गुरुद्वारा गुरु का ताल के मौजूदा मुखी संत बाबा प्रीतम सिंह जी ने बताया कि अमृत संचार में 150 महिला, पुरुष व बच्चों ने अमृत पान कर खालसा रूप धारण किया। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से आए पंज प्यारों ने सभी को सिख मर्यादा के तहत अमृत पान कराया ।पंजप्यारों ने सभी को ककार धारण कराए और खंडे बाटे से तैयार किया गया अमृत ग्रहण कराया। अमृत पान करने के बाद सभी एक पंक्तिबद्ध होकर गुरुद्वारा मंजी साहब से भाई नंदलाल हाल में चल रहे समागम में पहुंचे और माथा टेका। इस दौरान यहां मौजूद सभी संतो व संगत ने जयकारे लगा इन सभी का स्वागत किया और अमृत पान करने के लिए शुभकामनाएं दी।
जत्थेदार बाबा रजिंदर सिंह जी ने बताया कि अंतिम दिन सुबह से दोपहर तक कीर्तन समागम आयोजित किया गया। समागम में आए तख्त श्री दमदमा साहिब पंजाब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह जी ने विशेष रूप से हुकुमनामें की कथा कर संगत को निहाल किया साथ ही नई पीढ़ी से बानी और गुरुघर से जुड़ने की अपील की।इसके अलावा जालंधर से आए रागी भाई हरजोत सिंह जख्मी, ढाडी जत्था वीर नाहर सिंह के साथ मुख्य रूप से जालंधर से आए ज्ञानी जसविंदर सिंह दर्दी, गुरुद्वारा शीशगंज साहिब नई दिल्ली के हेड ग्रंथि भाई अंग्रेज सिंह जी ने गुरमत विचार रखें । ज्ञानी भाई अंग्रेज सिंह जी गुरुद्वारा गुरु का ताल में स्थित गुरमत विद्यालय के विद्यार्थी भी रहे हैं।
कीर्तन समागम के अंत में आनंद साहिब का पाठ हुआ। अरदास ग्रंथि सतवीर सिंह सुशील ने कीऔर हुकुमनामे के साथ तीन दिवसीय समागम का समापन हो गया । समागम का संचालन ज्ञानी केवल सिंह जी ने किया ।इस दौरान देश के विभिन्न हिस्सों से आए प्रमुख जत्थेदारों संत बाबा सेवा सिंह जी कार सेवा खंदूर साहिब , डॉक्टर बाबा राजेंद्र सिंह लंगर साहिब , बाबा निर्मल सिंह भूरी वाले, संत बाबा अवतार सिंह जी दल विधिचंद वालो का सम्मान सरोपा देकर किया। कीर्तन समागमके दौरान बाबा अमरीक सिंह,महंत हरपाल सिंह, ग्रंथि हरबंस सिंह, अजैब सिंह टीटू ,, वीर सिंह व हरनाम सिंह ने समागम की व्यवस्थाएं संभाली।