क्यूआर कोड बदलकर मेडिकल स्टोर संचालक से 30 लाख की धोखाधड़ी
आगरा। सिकंदरा के भावना एस्टेट क्षेत्र में मेडिकल स्टोर के कर्मचारी ने दुकान में आनलाइन भुगतान का क्यूआर कोड बदल कर अपने खाते का क्यूआर कोड लगा दिया। चार सालों में तीस लाख रुपये की ठगी कर दी। पुलिस शिकायत पर परिवार से लिखित में 10 लाख रुपये लौटाने का लिखित समझौता किया। इसके बाद रुपये देने के बजाय पीड़ित की दुकान के पास ही मेडिकल स्टोर खोल लिया। पीड़ित को धमकियां देने लगा। पीड़ित ने डीसीपी सिटी सूरज राय से गुहार लगाई। डीसीपी के निर्देश पर जांच के बाद धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है।
पीड़ित भावना एस्टेट निवासी ओम प्रकाश मदान ने पुलिस को बताया कि भावना एस्टेट रोड पर उनका बालाजी मेडिकल स्टोर है। 2015 में दुकान पर ओमवीर सिंह को नौकरी पर रखा था। 2016 में उनके पुत्र का एक्सीडेंट हो गया। उसका पूरा शरीर लकवाग्रस्त हो गया। उसके इलाज के लिए उन्हें दिल्ली, मुंबई और जयपुर रहना पड़ता था। दुकान ओमवीर संभालता था। आरोपी ने दुकान पर ऑनलाइन भुगतान के लिए लगे उनके खाते के क्यूआर कोड को बदलकर अपने खाते का बिजनेस क्यूआर कोड मेडिकल स्टोर के नाम से बनवा लिया। चार साल में तीस लाख से अधिक रुपये अपने खाते में डालता रहा। जुलाई 2024 में उन्हें धोखाधड़ी की जानकारी हुई। पुलिस से शिकायत करने पर आरोपित के साथ उसकी पत्नी और बड़ा भाई थाने आए। पुलिस के सामने 10 लाख रुपये लौटाने की बात लिखित में दे सुलह कर ली।आरोपी ने रुपये तो नहीं लौटाए उल्टा धमकियां देने लगा। उनकी दुकान से तीसरी दुकान में अपना मेडिकल स्टोर खोल दिया। थाना सिकंदरा पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।