उत्तर प्रदेशलखनऊ

विद्यांत हिंदू पीजी कॉलेज में व्यवसाय और समाज पर संगोष्ठी

लखनऊ। विद्यांत हिंदू पीजी कॉलेज के वाणिज्य विभाग ने 19 सितंबर, 2025 को व्यवसाय और समाज पर एक दिवसीय संगोष्ठी और विशेष व्याख्यान का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का नेतृत्व कॉलेज की प्राचार्य प्रो. धर्म कौर ने किया, जिन्होंने श्रोताओं को संबोधित करते हुए कहा कि छोटी से लेकर बड़ी तक, सभी कंपनियाँ समाज में योगदान देती हैं और उन्हें ऐसा करने के लिए अपने प्रयासों को बढ़ाना चाहिए।
संगोष्ठी के मुख्य संचालक वाणिज्य विभागाध्यक्ष प्रो. राजीव शुक्ला थे, जिन्होंने स्वागत भाषण भी दिया। उन्होंने समाज और उद्योगों के बीच पारस्परिक संबंधों पर प्रकाश डाला और कहा कि व्यवसाय समाज से वित्त, भूमि, श्रम और कच्चे माल जैसे संसाधन प्राप्त करते हैं और उसे अपने उत्पाद और सेवाएँ बेचते हैं। उन्होंने उद्योगों और समाज के बीच संतुलन की आवश्यकता पर बल दिया और कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) की अवधारणा पर चर्चा की।
मुख्य वक्ता, प्रो. सलिल चंद्र (सेवानिवृत्त, केकेसी कॉलेज, लखनऊ) ने इस बात पर ज़ोर दिया कि समाज सर्वोपरि है, क्योंकि यह व्यवसायों के विकास को आकार देता है। उन्होंने वस्तु विनिमय प्रणाली से लेकर डिजिटल लेन-देन तक के विकास का वर्णन किया और नैतिक व्यावसायिक प्रथाओं के महत्व पर बल दिया। उन्होंने कहा कि जो व्यवसाय संसाधनों के लिए समाज पर निर्भर हैं, उन्हें स्थायी रूप से संचालित होना चाहिए और समाज में सकारात्मक योगदान देना चाहिए।
वाणिज्य परिषद का हाल ही में पुनर्गठन किया गया है। प्रेरणा तिवारी (अध्यक्ष); आफताब, मोहम्मद तल्हा और शबनम कुमारी को सह-संयोजक, हिमांशु और उद्भव को संयुक्त सचिव और अन्य परिषद सदस्यों को बैज से अलंकृत किया गया।
डॉ. शांतनु श्रीवास्तव ने कार्यवाही का संचालन किया। आयोजन समिति में प्रो. दीप किशोर श्रीवास्तव, डॉ. शशिकांत त्रिपाठी, प्रो. मोहम्मद हनीफ, डॉ. अभिषेक कुमार, डॉ. राजकमल गुप्ता, डॉ. दिनेश मौर्य, डॉ. हिमांशु कुमार पांडे, डॉ. कुमार कौटिल्य और डॉ. गीतेश शामिल थे। डॉ. शशिकांत ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
संगोष्ठी में अनेक शिक्षक, कार्यालय कर्मचारी और छात्र शामिल हुए।

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