आयुष्मान का आशीर्वाद बना वरदान, 1.21 लाख को मिला आयुष्मान का लाभ, स्वास्थ्य इकाइयों पर मनाया गया आयुष्मान भारत दिवस
डीके श्रीवास्तव

आगरा। जनपद में आयुष्मान भारत दिवस के अवसर पर चिकित्सा इकाइयों और आयुष्मान आरोग्य मंदिर में लोगों को आयुष्मान भारत योजना के बारे में जानकारी प्राप्त कराई गई साथ ही आयुष्मान गोल्डन कार्ड भी बनाए गए। दिवस पर लोगों को आयुष्मान भारत योजना के लाभों के बारे में जानकारी दी गई और उन्हें आयुष्मान गोल्डन कार्ड बनवाने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि आयुष्मान भारत दिवस हर साल 30 अप्रैल को मनाया जाता है। यह दिवस आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की वर्षगांठ के रूप में मनाया जाता है, जो दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजनाओं में से एक है।
सीएमओ ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना का मुख्य उद्देश्य गरीब और कमजोर वर्गों को स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच प्रदान करना है। यह योजना प्रति परिवार प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा कवरेज प्रदान करती है। जनपद में 2018 में शुरू हुई योजना में अब तक 1.21 लाख लाभार्थियों को लाभ प्राप्त हो चुका है।
आयुष्मान भारत योजना के नोडल अधिकारी डॉ. नन्दन सिंह ने बताया कि जिले में योजना से सभी सरकारी अस्पताल संबद्ध हैं। इनमें एसएन मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल, जिला महिला अस्पताल, मानसिक रोग संस्थान, रेलवे अस्पताल शामिल हैं। साथ ही 70 निजी अस्पताल भी अब तक योजना से जोड़े जा चुके हैं। इनमें कार्ड दिखाकर पंजीकरण कराते ही इलाज की सुविधाएं उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि जनपद में 8.91 लाख आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया है। जबकि 8.67 लाख आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड बनाए जा चुके हैं।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अछनेरा के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. नीरज ने बताया कि केंद्र पर आयुष्मान भारत दिवस के अवसर पर लोगों को योजना के अंतर्गत मिलने वाले लाभ के प्रति जागरूक किया गया। इस अवसर पर आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड भी बनाए गए।
खैरागढ़ की आरोग्य मित्र कुमारी पायल ने बताया कि आयुष्मान भारत दिवस के अवसर पर लोगों को आयुष्मान भारत योजना के लाभों के बारे में जानकारी दी गई। आयुष्मान भारत योजना के तहत प्रति परिवार प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा कवरेज प्रदान किया जाता है। उन्होंने बताया कि दिवस के मौके पर 62 लोगों की काउंसलिंग की गई। आयुष्मान भारत योजना से संबंधित सरलता पूर्वक गोल्डन कार्ड बनाने के बारे में जानकारी दी गई और इस मौके पर गोल्डन कार्ड भी बनाए गए।
ब्लॉक खैरागढ़ के ग्राम बेरहामपुर 61 वर्षीय निवासी मिथिलेश बताती है कि मेरी आंख से दिखाई नहीं देता था मुझे मोतियाबिंद हो गया था। मैं विधवा हूं और मेरे दो बेटे हैं दोनों की शादी हो गई है उनका भी परिवार है, मेरे बेटे मजदूरी का काम करते हैं जो कभी मजदूरी मिल जाती है कभी नहीं मिलती है। घर की आर्थिक स्थिति बहुत ही खराब है इसके चलते हमने उपचार नहीं कर पाया फिर आयुष्मान भारत योजना के तहत आशा कार्यकर्ता ने मेरा कार्ड बनवाया फिर मेरी आंख का ऑपरेशन हुआ। अब मेरी आंख से पूरी तरह साफ-साफ दिखाई देता है। आयुष्मान कार्ड मेरे लिए वरदान साबित हुआ है।
ये है पात्रता श्रेणी–
– वर्ष 2011 की सामाजिक-आर्थिक जनगणना के अनुसार वीपीएल कार्डधारक
– अंत्योदय कार्ड धारक, 70 वर्ष या अधिक आयु के बुजुर्ग
– 60 वर्ष से अधिक आयु के वेसहारा दंपती
– अर्धसैनिक बल, आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता
– जनगणना के समय पंजीकृत भवन एवं सन्निर्माण श्रमिक
– दीनदयाल उपाध्याय कैशलेस स्कीम के अंतर्गत राज्य कर्मचारी
– वर्ष 2018 से पूर्व के लव्ह यूनिट वाले राशन कार्डधारक परिवार