
गोवर्धन। बस स्टैण्ड स्थित श्यामा माँ आश्रम के सामने गली में श्री गजेन्द्रमुखी आश्रम के प्रांगण में गिरिराज जी का 58वां प्रागट्य उत्सव के उपलक्ष्य में पितृ मोक्ष हेतू श्रीमद मूल भागवत कथा का आयोजन चल रहा है। कथा के तीसरे दिन व्यास आचार्य बंशीकृष्णम महाराज ने बताया कि भगवान विष्णु के चौथे अवतार नरसिंह भगवान के रूप में अवतार लेकर अपने भक्त प्रह्लाद की रक्षा के लिए हिरणाकश्यप राक्षस का वध किया। भगवान विष्णु ने पांचवें अवतार में देवताओं की रक्षा के लिए दैत्य राजा बलि के अहंकार का नाश किया। कथा का आयोजन 14 से 20 सितंबर तक होगा। 21 सितंबर को भंडारा प्रसादी के साथ कथा का समापन होगा। कथा के दौरान श्रद्धालु भक्ति में भावविभोर नजर आए। इस अवसर पर गीता मनीषी, डॉ विश्वास मित्र, पीठाधीश्वर भागवताचार्य मनीष पूर्णानन्द जी महाराज, कृष्णम महाराज, सरोज रानी, कुसुम, खुशबू, मेघा, त्रिलोकी नाथ,मनोज ,गणेश पहलवान, संटी सेठ, विजय, आशू, कैलाश आदि थे।