टीचिंग वाली अम्मा जी आज भी दे रही हैं निशुल्क शिक्षा, लीडर्स आगरा ने किया तपन सम्मान से किया अलंकृत
आगरा। आज के युग में शिक्षा ही एक एसा अस्त्र है, जिससे हम अपने जीवन की रक्षा कर सकते हैं। जिंदगी को खुशहाल बना सकते हैं। यही वजह है कि पुरुषों को ही नहीं, महिलाओं को शिक्षा ग्रहण करनी चाहिए। इसी भावना के साथ शिक्षा के प्रति जन जागरण कर रही हैं ज्ञानवती कुलश्रेष्ठ जी। जो बच्चों को ही नहीं, प्रोढ़जनों को भी निशुल्क शिक्षा प्रदान करती हैं। इसके लिए उन्होंने अपना जीवन समर्पित कर दिया है। सिंगारीबाई इंटर कालेज में अध्यापिका रहीं ज्ञानवती कुलश्रेष्ठ जी को लोग टीचर अम्माजी के नाम से जानते हैं। 82 वर्ष की अवस्था में भी वे अपने मिशन में जुटी हुई हैं। लीडर्स आगरा एवं तपन फाउंडेशन ने ” चलें, शहर को समर्पित बुजुर्ग विभूतियों के घर,उनका अभिनन्दन एवं चरण वंदन करने ” कार्यक्रम में अशोक नगर स्थित सोनी अपार्टमेंट में जाकर टीचिंग वाली अम्माजी का अभिनन्दन किय। उन्हें सुनील जैन, हरिकांत शर्मा, सुनील बग्गा ने शाल ओढ़ा कर माला पहनाई। संयोजक आदर्श नंदन गुप्ता, दीपक वर्मा, सतीश शर्मा ने प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। राजीव सिंघल, डॉ ज्योति बुद्धिराजा, आयुषी गुप्ता और राहुल जैन ने उन्हें “तपन सम्मान “से अलंकृत किया गया | लीडर्स आगरा के महामंत्री व पूर्व पार्षद सुनील जैन ने बताया कि ईमानदारी के साथ अपनी जीवन यापन करने वाली अम्माा जी द्वारा शिक्षित बच्चों में से कई तो उच्च पदों पर हैं। ज्ञानवती कुलश्रेष्ठ का कहना है कि धन तोह किसी का भी छीना जा सकता है लेकिन शिक्षा ही एक ऐसा धन है, जिसे कोई छीन नहीं सकता। शिक्षा ही उस चरित्र का विकास करती है, जिस पर भारत का भविष्य टिका हुआ है। अम्माजी का कहना है शिक्षा और संस्कार से ही हमारा देश विश्व गुरू बनता जा रहा है। इसलिए शिक्षा के अभियान को सरकार को ही नहीं, प्रत्येक समाज को, परिवार को संचालित करना चाहिए। कभी भी अशिक्षा का अंधेरा नहीं रहना चाहिए। प्रत्येक शिक्षित व्यक्ति को, निरक्षर लोगो को शिक्षा देने के यत्न करने चाहिए,इसीलिए आजकल वोह व्यावहारिक शिक्षा भी दे रही है, उनका कहना है युवतियों को अवश्य शिक्षा ग्रहण करनी चाहिए,क्योंकि एक बालिका के पढ़ने से दो परिवार सुसंस्कृत होते हैं। कार्यक्रम मे सुनील जैन, मनोज कुलश्रेष्ठ,राजीव सिंघल,सतीश शर्मा, हरिकांत शर्मा, सुनील बग्गा, मेहरवान खान, दीपक वर्मा, डॉ ज्योति बुद्धिराजा, आयुषी गुप्ता, राहुल जैन, हिमांशु सक्सेना, राजू सविता, एम. एस चौहान आदि उपस्तिथ थे।