गणेश प्रतिमा विसर्जन करने आए चार युवक यमुना नदी में डूबे, मोहिनी ने बचाया, पुरस्कृत कर उसे सम्मानित किया
आगर। गणेश प्रतिमा विसर्जन करने आए चार युवक यमुना नदी में डूब गए। युवक गहरे पानी में गोता खा रहे थे। उन्हें डूबता देख सामने दुकान पर बैठी 18 साल की मोहिनी ने बिना अपनी जान की परवाह किए नदी में छलांग लगा दी। मोहिनी ने एक-एककर चारों युवकों की जान बचा ली। मोहिनी के साहस की प्रशंसा पूरे क्षेत्र में की गई। साथ ही उसे मंदिर प्रबंधन समिति ने पुरस्कृत भी किया। मामला आगरा के बाह स्थित बटेश्वर तीर्थ धाम का है। मंगलवार दोपहर को गणेश विसर्जन के लिए लोगों की भीड़ यमुना घाट पर पहुंची। फिरोजाबाद के रहने वाले 19 साल के आकाश अपने मित्र हिमालय (17) और दो अन्य साथियों के साथ गणेश प्रतिमा विसर्जन में शामिल होने के लिए बटेश्वर तीर्थ धाम आया था। प्रतिमा विसर्जन करते समय आकाश और हिमालय डूबने लगे। आकाश और हिमालय को डूबता देख उन्हें बचाने के लिए उनके दो अन्य साथी भी यमुना में कूद गए, लेकिन वे भी डूबने लगे। युवकों को डूबता देख चीख-पुकार मच गई, तभी 18 साल की मोहिनी बटेश्वर तीर्थ धाम पर पूजा सामग्री की दुकान लगाती है। जब युवक नदी में डूब रहे थे तो वह दुकान पर बैठी थी। जैसे ही उसने शोरगुल सुना तो उसने आव देखा ना ताव सीधे यमुना में छलांग लगा दी, जबकि नदी में गहरा पानी थी। उसने अपनी जान की परवाह भी नहीं की और एक-एक कर सभी चारों युवकों की जान बचा ली। मोहिनी के साहस की सभी ने प्रशंसा की। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के भतीजे राकेश वाजपेयी और मंदिर प्रबंधन कमेटी की ओर से मोहिनी को पुरस्कृत कर उसे सम्मानित किया।