आगराउत्तर प्रदेश

गाय का दूध पीकर छोड़ देने वाले लोगों पर कार्रवाई कब, गलती खुद की दोष कसाई पर : हेमंत अग्रवाल गौ सेवक

आगरा। दूध पीकर गाय को सड़क पर मरने के लिए छोड़ देना मानवता नहीं, क्रूरता है। जो लोग गौ माता का दूध पीकर उनको सड़क पर छोड़ देते हैं उनके खिलाफ भी कड़ी से कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए

यह बोहोत निंदनीय कार्य हैं और यह पशु कौन है गाय ,जिसे हिंदू धर्म मे पूजा जाता हैं , क्योंकि भैंस को तो तुरंत कसाई को दे दिया जाता हैं अच्छी कीमत मिलती हैं भैंस की, गाय बेचने मे थोड़े झंझटो का सामना करना पड़ता हैं तो उसे सड़क पर छोड़ देते हैं मरने के लिय । लोग अन्य जाति वालो पर आरोप लगाते हैं की वह गाय बैल को गलत तरीके से बेचते हैं उनका मांस खाया जाता हैं पूरा समुदाय इसके लिय आवाज उठाता हैं लेकीन क्या उस पशु को इस प्रकार सड़क पर भूखा प्यासा छोड़ देना न्याय हैं मेरा विचार हैं की रोज रोज मारने से तो अच्छा एक दिन मार देना हैं । और आप उन पशुओं के बारे मे सोचे जो बैल हैं या भैंस का बछड़ा जो दूध ही नही देता उसके साथ क्या किया जाता हैं उसे पैदा होते ही मरने के लिय छोड़ दिया जाता हैं अपनी मां का दूध तक नही पीने दिया जाता क्या यह सही हैं और उसे कटने के लिय दे आते हैं कसाई को क्या यह सही है। अब हम गाय माता की बात करते है यही गाय माता जब जन्म लेती हैं बछड़ी के रूप में तो उसे अपनी माता का दूध नही मिलता मां से दूर बछिया को बांध देते है क्योंकि हम स्वार्थी मनुष्य को वो दूध चहिए कभी प्रोटीन की पूर्ति के लिय तो कभी कैल्सियम की पूर्ति के लिय यह बहाना ना चले तो ताकत स्वाद के लिय हमे तो बस उस गाय के बच्चे के हिस्से का भी दूध चहिए फिर जब वह बछड़ी बड़ी हो जाएगी तो हमे उसके बच्चे के हिस्से का भी दूध चाहिए इतना अत्याचार पशुओं पर बस इस लिय क्योंकि हम मनुष्य अपने आप को सर्वश्रेष्ठ समझते है इस धरती पर बस अपना स्वामित्व समझते हैं । हम सोचते हैं बस हमे जीने का अधिकार हैं। अब तो मुझे यह समझ नही आता कौन पशु हैं और कौन मनुष्य ।

अभी शाम को मैं अपने घर के बाहर बैठा था तभी देखा कि एक गाय अपने छोटे से बछड़े के साथ मेरे घर के बाहर कुछ खाने की चीज के लिए प्रतीक्षा कर रही है बहुत भूखी हो गई शायद बेचारी है और वह बच्चा भी शायद उसके मालिक ने उसको छोड़ दिया है क्योंकि उसने दूध देना बंद कर दिया होगा यह शायद इस लालच में कि अगर वह बाहर कुछ खा लेगी तो उसके चारा कम खाएगी और उसका थोड़ा खर्चा बच जाएगा सच कहूं तो बहुत गुस्सा है यह देख देख कर कुछ लालची लोग जब तक गाय दूध देती है तब तक तो उसको अपने पास बांध के पाल लेते हैं और जब वह दूध देने लायक नहीं रहती है तो उसको भूखे मरने के लिए आवारा छोड़ देते हैं वह एक क्षण के लिए यह भी नहीं सोचते कि इस गाय ने अपनी पूरी जिंदगी में जब तक संभव हो सका अपने दूध से मेरे परिवार का पेट भरा है और इसके दूध को बेचकर मैंने जो पैसे मिले उसे अपने परिवार को पालने में मदद की है और जब इस बेचारी गाय को जिसने हर तरीके से उसके मालिक की सेवा की है उसे उसके मालिक की सबसे ज्यादा जरूरत है तब वह मालिक बड़ी निर्दयता के साथ उसे बाहर पॉलिथीन खाकर मरने के लिए या यूं ही भूखे मरने के लिए बाहर छोड़ देता है। मेरी सरकार से गुजारिश है की ऐसे लोगों पर सख्त कार्यवाई करे। ताकि फिर सड़को पर गौ वंश ना दिखे और कसाई का शिकार ना बने।

Share this post to -

Related Articles

Back to top button