सर्वश्रेष्ठ शिक्षक बनने के लिए अनवरत विद्यार्थी रहना जरूरी : डॉ दिनेश शर्मा

लखनऊ। राज्यसभा सांसद एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि सर्वश्रेष्ठ शिक्षक बनने के लिए शिक्षक को अनवरत विद्यार्थी रहना चाहिए। जो जीवन में सीखने की इच्छा रखता है वही जीतता है और सर्वश्रेष्ठ बनने की तरफ़ अग्रसर होता है।उनका कहना था कि नगर निगम के विद्यालय बहुत अच्छी शिक्षा देने का काम कर रहे हैं।यहाँ के विद्यालयों में संसाधनों की भले ही कमी रही हो पर शिक्षक हमेशा बहुत अच्छे रहे हैं। अगर टीचर अच्छा होगा तो विद्यालय भी अच्छा होगा। अच्छा स्कूल संसाधनों से नहीं शिक्षकों से होता है। यहाँ के स्कूलों में कमजोर वर्ग के बच्चे आकर शिक्षा प्राप्त कर देश भर में विशिष्ट उपलब्धियां हासिल कर रहे हैं।
शिक्षक दिवस पर आयोजित समारोह में डॉ शर्मा ने कहा कि शिक्षा और संस्कार भारत का मूल है इसलिए कोई भी भारत का अहित नहीं कर सकता है। अमेरिकी टैरिफ से उत्पन्न परिस्थिति में हमारे प्रधानमंत्री ने वाणी से नहीं कर्म से उत्तर दिया है जिसका परिणाम है कि आज रूस चीन जैसे शक्तिशाली देश भारत के समर्थन में खड़े हैं। जीएसटी दरों में कमी को क्रांतिकारी कदम बताते हुए कहा कि इससे देश के निर्यात में वृद्धि होगी। देश में माँग बढ़ेगी और उत्पादन भी बढ़ेगा। उत्पादन और उपभोग बढ़ने से आत्मनिर्भर होने की दिशा में तेजी आएगी। आने वाले समय में जब भी इतिहास लिखा जाएगा तब पीएम मोदी की उपलब्धियां उसका हिस्सा होंगी।
सांसद ने कहा कि जो शिक्षक बच्चों को पढ़ाने से बचता है वह अपयश का भागी होता है। अपना उदाहरण देते हुए कहा की जब तक वे शिक्षक रहे कभी क्लास नहीं छोड़ी और कभी भी देर से क्लास में नहीं गए। हर शिक्षक को इसे अपनाना चाहिए। लगातार सीखने वाला शिक्षक ही शानदार शिक्षक होता है।
उन्होंने कहा कि चिल्ड्रेन पैलेस नगर निगम का ऐसा विद्यालय है जिसे एक समय दूसरी संस्था को देने की बात चली थी पर आज ये संस्था शहर की नामी संस्थाओं को टक्कर दे रही है। नगर निगम के द्वारा संचालित स्कूलों के बच्चे मेरिट सूची में स्थान पा रहे हैं। नगर निगम के द्वारा संचालित स्कूलों का बेहतरीन स्तर वहाँ के कुशल शिक्षकों के कारण है। नगर निगम डिग्री कॉलेज अब पीजी कॉलेज बनने जा रहा है। उन्होंने कहा कि पीजी कक्षाओं के लिए बिल्डिंग निर्माण के लिए उन्होंने 50 लाख रुपया अपनी सांसद निधि से दिया है इस भवन निर्माण के लिए और जो सहायता देने की जरूरत होगी उसे वह पूरा करेंगे उन्होंने कहा कि जितने कमरे बनने होंगे उनसे लिए पूरी मदद की जाएगी।
अपने उपमुख्यमंत्री कार्यकाल में अमीनाबाद इंटर कॉलेज के शिक्षकों को अनुदानित टीचरों की तरह वेतन देने की व्यवस्था करने का जिक्र करते हुए उन्होंने इसके जारी रहने की जानकारी की और कहा कि नगर निगम के डिग्री कॉलेज के शिक्षकों के लिए भी ऐसी ही व्यवस्था होनी चाहिए।
नगर निगम के 11 वर्ष के अनुभव का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इसके कारण ही उत्तर प्रदेश विधान परिषद के उच्च सदन में तब बेहतर कार्य करना संभव हो सका जब वहाँ भाजपा के केवल सात सदस्य थे। नगर निगम को लोकतंत्र की पाठशाला बताते हुए कहा कि जो यहाँ पर सदन को चला सकता है वो किसी भी संस्था को सहज तरह से चला लेगा। बड़े पद के साथ दिल भी बड़ा करना चाहिए। नगर निगम का संचालन करना काफ़ी कठिन होता है। महापौर को चौबीस घंटे कार्य करना होता है।
पूर्व उपमुख्यमंत्री राज्यसभा सदस्य डॉक्टर दिनेश शर्मा ने कहा कि जो शिक्षक मोबाइल पर ही लगे रहते है वो आलोचना के पात्र बनते हैं। माँ को बच्चे का प्रथम गुरु बताते हुए कहा कि वह जो कुछ सिखाती है वो जीवनभर याद रहता है। अपने माँ की सीख का उदाहरण देते हुए कहा कि
जीवन में मिला पहला पुरस्कार आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है इसलिए उसकी पूजा करनी चाहिए। जीवन में लक्ष्य को निर्धारित कर कार्य करना चाहिए , ईश्वर भी ऐसे व्यक्ति का साथ देता है।
उनका कहना था कि एक नागरिक के जीवन में नगर निगम की बड़ी भूमिका होती है। नगर निगम का नया भवन बनने जा रहा है और उसके बनने के बाद भी पुराने भवन की उपयोगिता बनाये रखनी चाहिए।
आज राजधानी लखनऊ को ट्रिपल इंजन सरकार के लाभ मिल रहे है जिससे लखनऊ का स्वरूप बदल रहा है। उन्होंने महापौर और पार्षदों की प्रशंसा करते हुए कहा की सफाई के मामले में पूरे भारतवर्ष में लखनऊ का नाम आना एक बड़ी उपलब्धि है उन्होंने सभी को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं दी इस अवसर पर कार्यकारिणी उपाध्यक्ष श्री सुशील कुमार तिवारी पम्मी,गौरी सवारियां, शिव पाल सवारियां, आशीष हितैषी, अपर नगर आयुक्त श्री अरुण गुप्ता, श्री आनंद मिश्रा,श्री हरिशंकर,विकास जी आदि उपस्थित थे।