आगराउत्तर प्रदेश

ताज की सुरक्षा करेगा एंटी ड्रोन सिस्टम एडीजी सुरक्षा रघुबीर लाल ने परखी ताजमहल की सुरक्षा व्यवस्था

आगरा। ताजमहल की सुरक्षा व्यवस्था को अभेद बनाने की तैयारी है। सुरक्षा मुख्यालय ने ताजमहल पर ड्रोन हमले को नाकाम करने के लिए एंटी ड्रोन सिस्टम उपलब्ध कराया है। इसके चार-पांच दिन में यहां पहुंचने की उम्मीद है। एंटी ड्रोन सिस्टम उड़ान भर रहे ड्रोन को निष्क्रिय कर देगा। वहीं यमुना से ताजमहल की सुरक्षा को स्पीड बोट उपलब्ध कराई है। इससे रिवर पुलिस यहां पेट्रोलिंग कर सकेगी। इसके साथ ही केमिकल और न्यूक्लियर हमले से बचाव के लिए स्टैंडर्ड आपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) बनाई जाएगी। सोमवार को ताजमहल की सुरक्षा का जायजा लेने के बाद एडीजी सुरक्षा रघुबीर लाल ने इस संबंध में अधिकारियों को निर्देशित किया। पहलगाम पर आतंकी हमले और भारत-पाकिस्तान के मध्य तनावपूर्ण माहौल में ताजमहल पर सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई थी। एडीजी सुरक्षा रघुबीर लाल सोमवार सुबह ताजमहल पहुंचे। स्मारक के यलो जोन (500 मीटर की परिधि) और रेड जोन (स्मारक परिसर) में सुरक्षा प्वाइंट्स चेक किए। ताजमहल की दक्षिणी दीवार से ऊंचे मकानों पर व्यू कटर लगाए जाने के पुराने प्रस्ताव पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) व य औद्योगिक सुरक्षा बल आइएसएफ) के अधिकारियों से कारी की। व्यू कटर अभी तक लगाए नहीं गए हैं। इसके बाद उन्होंने सर्किट हाउस में ताज सुरक्षा समिति की बैठक की। ताजमहल के प्रतिबंधित क्षेत्र में ड्रोन की उड़ान पर रोक लगाने के पुराने प्रस्ताव पर विचार हुआ। एडीजी ने जानकारी दी कि, ताजमहल के लिए जैमर बेस्ड एंटी ड्रोन सिस्टम सुरक्षा मुख्यालय को मिल गया है। यह ताजमहल के समीप लगाया जाएगा।

पूरी तरह भारतीय एंटी ड्रोन सिस्टम छह-सात किमी की रेंज में उड़ रहे ड्रोन का पता लगाने के साथ यह भी बताएगा कि उसे किस स्थान से उड़ाया जा रहा है। एंटी ड्रोन सिस्टम ताजमहल के निर्धारित किए गए प्रतिबंधित क्षेत्र में ड्रोन को निष्क्रिय कर देगा। सुरक्षा मुख्यालय ने आगरा पुलिस से ताजमहल के आसपास केमिकल, बायोलाजिकल, रेडियोलाजिकल और न्यूक्लियर हमले की स्थिति में बचाव की स्थिति के लिए प्रस्ताव मांगा है। इसके लिए एसओपी बनाई जाएगी। बचाव के लिए स्टेट डिजास्टर रिस्पोंस फोर्स (एसडीआरएफ) की टीम तैनात की जाएगी। आपदा की स्थिति में बचाव कार्यों के लिए अब यलो जोन के बाद ग्रीन जोन बनाया जाएगा।
एडीजी ने ताजमहल के पार्श्व में दशहरा घाट स्थित जल पुलिस की चौकी को स्पीड बोट उपलब्ध कराने की भी जानकारी दी। इसका उपयोग ताजमहल की सुरक्षा के साथ नदी में डूबते लोगों को बचाने में किया जा सकेगा। स्पीड बोट ताजमहल पर हमले की स्थिति में हमलावरों का नदी में पीछा कर सकेगी। यह न्यूजीलैंड में बनी बताई जा रही है। बैठक में इंटेलिजेंस ब्यूरो की स्पेशल डायरेक्टर, पुलिस आयुक्त दीपक कुमार, डीआइजी शैलेष कुमार पांडेय, सीआइएसएफ के डीआइजी सुनील कुमार सिन्हा, अधीक्षण पुरातत्वविद स्मिता एस. कुमार, सीआइएसएफ के सीनियर कमांडेंट वीके दुबे, एसपी ताज सुरक्षा सैयद अरीब अहमद आदि मौजूद रहे।

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