बाबा विश्वनाथ भी आजादी के 78वें वर्ष के रंग में सराबोर नजर आए
वाराणसीः आज पूरे देश में स्वतंत्रता दिवस की धूम है. जगह-जगह तिरंगा फहराया जा रहा है. सड़कों से लेकर इमारतों तक को तिरंगे की रंग में रंग दिया गया है. ऐसा ही अद्भूत नजारा देखने को मिला है, बाबा भोले की नगर काशी में यानी की वाराणसी में, जहां बाबा विश्वनाथ भी आजादी के 78वें वर्ष के रंग में सराबोर नजर आए.
दरअसल पूरे सावन महीने में अलग-अलग प्रकार की झांकी में काशी विश्वनाथ दरबार को सजाया जाता रहा है. 15 अगस्त के दिन इस बार स्वतंत्रता दिवस का उल्लास बाबा दरबार के आंगन में भी उतर आया और बाबा विश्वनाथ की झांकी को अनूठे तिरंगे के रंग में फूल पत्तियों से सजाया गया तो बाबा दरबार भी हर हर महादेव के उद्घोष के साथ भारत माता की जय के नारों संग गूंज उठा. बुधवार की देर रात शयन आरती के बाद बाबा शयन के लिए चले गए और इसके बाद बाबा दरबार में गुरुवार सुबह मंगला आरती की तैयारी शुरू की गई तो बाबा का श्रृंगार तिरंगे में करने की तैयारी शुरू की गई.
सुबह मंगला आरती के लिए बाबा दरबार खुला तो पूजा के दौरान झांकी सजी और हर-हर महादेव के साथ बाबा दरबार का कोना-कोना गूंज उठा. फूल और पत्तों से बाबा दरबार की अनोखी सजावट की गई. वहीं बाबा को तिरंगे रंग में रंगने के लिए सफेद नारंगी फूलों का प्रयोग किया गया. जबकि हरे रंग के लिए पत्तियों का प्रयोग कर बाबा को भी स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए विशेष श्रृंगार किया गया.