आगराउत्तर प्रदेश

पकड़ा गया गोल्ड्स जिम का ट्रेनर दुराचार में भेजा जेल

आगरा। हरीपर्वत खंदारी स्थित गोल्ड्स जिम के मैनेजर/ट्रेनर मनी नोटयाल को रविवार को पुलिस ने जेल भेज दिया। पुलिस ने पीड़िता के कोर्ट में बयान दर्ज कराए थे। अपने बयानों में पीड़िता ने एफआईआर का समर्थन किया है। पुलिस ने बताया कि बयान के दौरान पीड़िता भावुक हो गई थी। महिला पुलिस कर्मियों ने उसे संभाला। जल्द ही पुलिस जिमों के ट्रेनर के खिलाफ सत्यापन अभियान चला सकती है। यमुनापार निवासी युवती के साथ शुक्रवार की सुबह घटना हुई थी। आरोप है कि डाइट प्लान बताने के बहाने जिम ट्रेनर मनी नोटयाल उसे केबिन में ले गया था। वहां उसके साथ हद दर्जे की बदसलूकी की। तहरीर के आधार पर पुलिस ने छेड़छाड़ और दुराचार की धारा के तहत मुकदमा दर्ज किया था। इंस्पेक्टर हरीपर्वत आलोक कुमार ने बताया कि आरोपित जिम ट्रेनर शहर से बाहर भागने की फिराक में था। पुलिस ने उसे पालीवाल पार्क के पास घेराबंदी करके दबोचा। युवती ने मुकदमे में जो आरोप लगाए उसकी पुष्टि के लिए पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज देखे थे। युवती का आरोप सही था। पीड़िता की बातों में सच्चाई है। छानबीन में पता चला कि जिम ट्रेनर की आदतें ठीक नहीं हैं।

जिम संचालकों को नोटिस देगी पुलिस
डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने बताया कि जिम मैनेजर और ट्रेनरों का पुलिस सत्यापन कराया जाएगा। यह जिम्मेदारी जिम संचालक की होगी। थाना प्रभारियों को बताया जाएगा कि वे अपने-अपने क्षेत्र में संचालित सभी जिमों को नोटिस जारी करें। जिम ट्रेनरों को यह पता होना चाहिए कि उनका रिकार्ड थानों में है। कोई घटना की तो बच नहीं पाएंगे।

महिलाएं बोली बंद हो जाएगी जिम
युवतियां ही नहीं फिटनेस के प्रति जागरूक बड़ी संख्या में विवाहित महिलाएं भी जिम आती हैं। गोल्ड्स जिम में युवती से दुराचार की घटना ने महिलाओं को भी डरा दिया है। उनका कहना है कि ऐसी घटनाओं का बुरा असर पड़ता है। घर-घर में एक ही बात हो रही है कि युवतियों और महिलाओ के लिए जिम कितनी सुरक्षित है। जिम में हरकत करने वाले ट्रेनर को ब्लैकलिस्ट करना चाहिए। उसे कभी किसी दूसरी जिम में या कही भी नौकरी नहीं मिलनी चाहिए।

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