नेपाल से आई चार करोड़ की चरस एसटीएफ ने पकड़ी

आगरा। नेपाल से बिहार होते हुए सूखे नशे की तस्करी हो रही है। एक नेपाली युवक चरस लेकर आया था। एसटीएफ आगरा यूनिट ने उसे पकड़ा है। उसके पास से 7.9 किलोग्राम चरस बरामद हुई है। बरामद चरस की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में चार करोड़ बताई जा रही है। हालांकि भारतीय बाजार में चरस की कीमत तीन लाख रुपये प्रति किलोग्राम के आसपास है।
एसटीएफ के इंस्पेक्टर यतींद्र शर्मा ने बताया उन्हें सूचना मिली थी कि आगरा में चरस की डिलीवरी होनी है। रामलीला मैदान के पास मंगलवार की रात टीम ने घेराबंदी करके एक युवक को पकड़ा। युवक ने अपना नाम रोशन शाह बताया। वह मूलतः वारा, नेपाल का निवासी है। वर्तमान में कलकी, काठमांडू में रहता है। उसने बताया शराब पीने के दौरान काठमांडू में उसकी मुलाकात विनय से हुई थी। विनय ने उसे शराब पिलाई। उससे कहा पांच हजार रुपये एक चक्कर पर मिला करेंगे। बिहार होते हुए आगरा जाना होगा। आगरा में लोहामंडी मंडी पानी की टंकी के पास शिवहरे फाटक में कुश शिवहरे रहता है। उसकी मां का नाम बबली है। उसे एक पैकेट देना होगा। वह दो बार पहले आगरा आ चुका है। चरस देकर गया था। विनय उसे बिहार-नेपाल बार्डर पर रक्सोल के पास बैग देता था। उसे एक मोबाइल और सिमकार्ड भी देता था। उसे
हिदायत दी जाती थी कि इस नंबर से उसके अलावा किसी और से बात नहीं करनी है। एसटीएफ की कार्रवाई के दौरान एसीपी सदर हेमंत कुमार भी मौजूद रहे। बैग में मिली चरस का वजन करीब 7.9 किलोग्राम था। एसटीएफ का दावा है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत करीब चार करोड़ रुपये है। हालांकि भारतीय बाजार में इसकी इतनी कीमत नहीं है।
आगरा में बिक रहा सूखा नशाः
एसटीएफ की कार्रवाई के बाद इतना तो साफ हो गया है कि लोहामंडी के शिवहरे फाटक में सूखा नशा बिकता है। हैरानी की बात यह है कि थाना पुलिस इससे बेखबर है। नेपाली युवक दो बार पहले भी डिलीवरी देकर जा चुका है। चरस पुड़िया में बिकती है। कोई फुटकर में लंबे समय से चरस बेच रहा है और पुलिस को पता तक नहीं चला।