452वाँ युगऋषि वाङ्मय

लखनऊ। गायत्री ज्ञान मंदिर के ज्ञान यज्ञ अभियान के अन्तर्गत 452वाँ युगऋषि वाङ्मय की स्थापना सम्पन्न
‘‘शहीदों की स्मृति में ज्ञानदान उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि है।” -उमानन्द शर्मा
गायत्री ज्ञान मंदिर इंदिरा नगर, लखनऊ के विचार क्रान्ति ज्ञान यज्ञ अभियान के अन्तर्गत ‘‘आर्यकुल पत्रकारिता एवं जनसंचार कॉलेज, बिजनौर, सरोजिनीनगर, लखनऊ, उ०प्र०’’ के केन्द्रीय पुस्तकालय में गायत्री परिवार के संस्थापक युगऋषि पं० श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा रचित सम्पूर्ण 79 खण्डों का 452वाँ ऋषि वाङ्मय की स्थापना का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। श्री एस०पी० शर्मा एवं श्रीमती दीपा शर्मा ने अपने प्रिय पुत्र अमर शहीद मेजर रितेश शर्मा की स्मृति में संस्थान के पुस्तकालय में युग ऋषि वाङ्मय साहित्य भेंट किये तथा उपस्थित वरिष्ठ चिकित्सकगणों को अखण्ड ज्योति (हिन्दी) पत्रिका भी भेंट किये।
इस अवसर पर वाङ्मय स्थापना अभियान के मुख्य संयोजक उमानंद शर्मा ने कहा कि “शहीदों की स्मृति में ज्ञानदान उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि है।” उमानन्द शर्मा ने अमर शहीद मेज़र रितेश शर्मा की वीर गाथा पढ़कर सभागार में सुनाया। इस अवसर पर श्री एस०पी० शर्मा ने अपने विचार व्यक्त किये। संस्थान की डीन श्रीमती रुचि सिंह तथा आर्य टीवी, आर्य प्रवाह पत्र के हेड डॉ० अजय शुक्ला ने भी अपने विचार व्यक्त किये। संस्थान की उप निदेशक डॉ० अंकिता अग्रवाल ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस अवसर पर गायत्री ज्ञान मंदिर के प्रतिनिधि श्री उमानंद शर्मा, श्री देवेन्द्र सिंह, श्री वी०के० श्रीवास्तव एवं संस्थान के प्रबन्ध निदेशक डॉ० सशक्त सिंह, रजिस्ट्रार श्री सुदेश तिवारी, श्रीमती रुचि सिंह, डॉ० अंकिता अग्रवाल, श्री सुदेश तिवारी, आर्य टीवी, आर्य प्रवाह पत्र के हेड डॉ० अजय शुक्ला, संकाय सदस्य एवं छात्र-छात्रायें मौजूद रहे।




