जेल में तैयार होंगे आगरा के जूते
आगरा। शुक्रवार को नेशनल चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स के औद्योगिक विकास प्रकोष्ठ की बैठक में एसपी जेल हरिओम शर्मा एवं जेलर बृज किशोर गौतम शामिल रहे। जेल अधिकारियों ने उद्यमियों से कहा कि जिला जेल में 150 ऐसे बंदी निरुद्ध हैं, जो जूता कारीगर है। यदि उनके द्वारा जूता बनवाया जाए तो उनकी आजीविका की राह बनेगी। इस पर उद्यमियों ने आश्वस्त किया कि वे जल्द ही जिला जेल का दौरा करेंगे। कारीगरों से समन्वय बना कर इस कार्य को संपन्न कराएंगे। इससे पहले उपाध्यक्ष अंबा प्रसाद गर्ग ने कहा कि जूता उद्योग में अधिकतम टैक्स की दर पांच फीसदी होनी चाहिए। पूर्व में 300 रुपये तक का जूता कर मुक्त था। एक समय ऐसा भी रहा जब एक हजार रुपये तक के जूते पर टैक्स की दर 12 फीसदी हो गई। जबकि जूता मूलभूत आवश्यकताओं में शुमार मार है। इसका उपयोग हर व्यक्ति करता है। आम आदमी करता है। इस पर टैक्स की दर 12 फीसदी न्याय संगत नहीं। बैठक में नितेश अग्रवाल, चंद्रमोहन सचदेवा, संजय गोयल, अनूप मित्तल, नारायन बहरानी, अतुल बंसल, चन्द्र दौलतानी, राजेन्द्र मगन, रोहित ग्रोवर, समीर ढींगरा, संजय अरोरा रहे।