अपराधआगराउत्तर प्रदेश

सिपाही पर गोली चलाने वाले खनन माफिया के गुर्गों में से 10 हजार के इनामी बदमाश को पकड़ा

आगरा। खेरागढ़ में बीते दिनों सिपाही पर गोली चलाने वाले खनन माफिया के गुर्गों में शामिल दो बदमाशों की पुलिस से मुठभेड़ हो गई। मंगलवार को हुई इस मुठभेड़ में एक बदमाश के पैर में गोली लगी है। वहीं, 10 हजार का इनामी दूसरा बदमाश को पकड लिया गया है। घायल बदमाश को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मुख्य आरोपी सत्यप्रकाश अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है। पुलिस की मानें तो पकड़े गए दोनों बदमाशों से पूछताछ की जा रही है। एसीपी इमरान अहमद ने बाबा न्यूज बताया कि मंगलवार सुबह लगभग चार-पांच बजे खेरागढ़ थाने को सूचना मिली कि 10 हजार रुपए का इनामी बदमाश प्रदीप उर्फ गंगे अपने भाई के साथ भागने की फिराक में है। इसके बाद उसकी घेराबंदी की गई। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने काली माता के मंदिर के पास दोनों को चारों तरफ से घेर लिया। खुद को घिरा देख दोनों बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायरिंग करनी शुरू कर दी। इसके साथ ही वो भागने लगे। पेट्रोल पंप के पास बदमाशों ने पुलिस पर फिर से फायरिंग की। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की। पुलिस टीम ने भी फायरिंग की और इसमें एक आरोपी राजू के पैर में गोली लगी। इसके बाद उसके भाई प्रदीप ने सरेंडर कर दिया। घायल अभियुक्त राजू को इलाज के लिए सीएचसी खेरागढ़ में भर्ती कराया गया है। दोनों शनिवार की घटना में शामिल थे। बताते चले कि शनिवार को खेरागढ़ में खनन रोकने गई पुलिस पर खनन माफिया के गुर्गों ने फायरिंग की थी। तमंचे से की गई फायरिंग में सिपाही अजय के कान के पास गोली लगी थी। बुलेट कान के पास अंदर घुस गई थी। सर्जरी में बुलेट निकाली गई। पुलिस वाले जब घायल सिपाही को इलाज के लिए ले जा रहा थे, तब उनकी जीप को घेरकर टक्कर मारी गई थी। पुलिस अपने बचाव में भाग कर थाने आ गई थी। पुलिस ने इस मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया था। सातों को जेल भेज दिया गया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में तीन धौलपुर के रहने वाले हैं। पूछताछ में खेरागढ़ के सत्यप्रकाश का नाम सामने आया है। बताया गया है कि सत्यप्रकाश ने ही सिपाही पर गोली चलाई थी।

Share this post to -

Related Articles

Back to top button