आगराउत्तर प्रदेश

डेंगू-मलेरिया से बचाव का संदेश देगा जागरुकता वाहन, सीएमओ ने हरी झंडी दिखाकर किया रवाना

– सीएमओ ने जागरुकता वाहन को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
– 200 बस्तियों में स्वास्थ्य विभाग डेंगू-मलेरिया से बचाव के प्रति करेगा जागरुक
– जागरूकता वाहन से लोगों को डेंगू व मलेरिया के लक्षणों और उपचार के बारे में जानकारी दी जाएगी
– डेंगू और मलेरिया से बचाव के लिए सावधानियां बरतने के लिए लोगों को प्रेरित किया जाएगा
– डेंगू और मलेरिया की रोकथाम के लिए अपने घर के आसपास पानी जमा न होने दें

आगरा। जनपद में स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत सहयोगी संस्था फैमिली हेल्थ इंडिया, एंबेड परियोजना के द्वारा कम्युनिटी अवेयरनेस ड्राइव अभियान चलाया जाएगा। छह से नौ फरवरी तक चलने वाले चार दिवसीय स्पेशल ड्राइव का शुभारंभ बृहस्पतिवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने किया। इस अवसर पर उन्होंने सीएमओ कार्यालय से जागरुकता वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

सीएमओ ने बताया कि इस चार दिवसीय कम्युनिटी अवेयरनेस ड्राइव के माध्यम से आगरा की 200 बस्तियों में मच्छर जनित रोगों जैसे डेंगू-मलेरिया से बचाव के प्रति जागरुक किया जाएगा। इन बस्तियों में जागरुकता वाहन जाकर मच्छरों से बचाव का संदेश देगा। वाहन में लाउडस्पीकर और जागरुकता पोस्टर लगाए गए हैं, जो लोगों को डेंगू व मलेरिया से बचाव के प्रति जागरुक करेंगे। इस वाहन का उद्देश्य लोगों को डेंगू और मलेरिया के बारे में जानकारी देना और उन्हें इन बीमारियों से बचाव के लिए सावधानियां बरतने के लिए प्रेरित करना है। उन्होंने ने बताया कि वाहन में डेंगू और मलेरिया के लक्षणों, उपचार और बचाव के तरीकों के बारे में जानकारी दी जाएगी ।

जिला मलेरिया अधिकारी राजेश गुप्ता ने बताया कि स्पेशल ड्राइव के दौरान लोगों के बीच यह संदेश दिया जाएगा कि अपने छत एवं घर के आसपास अनुपयोगी सामग्री इकट्ठा न होने दें। हफ्ते में एक बार टीन, डब्बा, बाल्टी का पानी खाली कर दें और दोबारा उपयोग के लिए उनको सुखाएं। प्रत्येक सप्ताह कूलर का पानी खाली कर दें और सूखा कर ही पानी भरें। पानी के बर्तन और टंकी आदि को ढंग कर रखें। हैंडपम्प के आसपास पानी इकट्ठा न होने दें। घर के आसपास के गड्ढों को मिट्टी से ढक दें। साफ जमा पानी में मिट्टी का तेल या जला हुआ इंजन का तेल डालें। दिन में भी पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें।
सहायक मलेरिया अधिकारी नीरज कुमार ने बताया कि डेंगू व मलेरिया से बचाव के लिए मच्छरों से बचाव करना जरूरी है। इसके लिए अपने आस-पास मच्छरों को न पनपने दें। अपने घर में या घऱ के आसपास गमलों में, टायरों में, गड्ढों में पानी को जमा न होने दें। डेंगू व मलेरिया गंभीर बीमारी है जो मच्छरों के काटने से फैलती है। इस बीमारी से बचाव के लिए आशा कार्यकर्ता भी लोगों को जानकारी दे रही हैं । मलेरिया के मच्छर रात के समय काटते हैं और इसके लक्षणों में बुखार, कंपकंपी, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द और जोड़ों में दर्द शामिल हैं। उन्होंने लोगों को मलेरिया से बचाव के लिए मच्छरदानी का उपयोग करने, पूरे कपड़े पहनने, मच्छरद्वेषी क्रीम का उपयोग करने और पानी जमा न होने दें।

वाहन को रवाना करने के दौरान एंबेड परियोजना के सिटी कोऑर्डिनेटर मो. इरशाद खान, प्रोग्राम एसोसिएट कृष्णकांत सविता, बीसीसीएफ सहित मलेरिया इंस्पेक्टर मौजूद रहे।

डेंगू के लक्षण

– तेज बुखार
– त्वचा पर चकत्ते
– तेज सिर दर्द
– पीठ दर्द
– आंखों में दर्द
– मसूड़ों से खून बहना
– नाक से खून बहना
– जोड़ों में दर्द
– उल्टी
– डायरिया

मलेरिया के गंभीर लक्षण
– गंभीर बुखार, मलेरिया का गंभीर बुखार बहुत खतरनाक हो सकता है
– अनियंत्रित कंपकंपी, मलेरिया में अनियंत्रित कंपकंपी बहुत खतरनाक हो सकती है
– सांस लेने में परेशानी, मलेरिया में सांस लेने में परेशानी हो सकती है
– दिल की समस्या, मलेरिया में दिल की समस्या हो सकती है
– किडनी की समस्या, मलेरिया में किडनी की समस्या हो सकती है

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