डीजे के ट्रांसफर से कचहरी में ख़ुशी का माहौल, अधिवक्ता हित में आखिरी सांस तक संघर्ष करती रहूंगी – सरोज यादव
डीके श्रीवास्तव

आगरा। अधिवक्ता हित में संघर्ष करने के लिए विशेष पहचान बनाने वाली जिला एवं सत्र न्यायालय आगरा की एडवोकेट सरोज यादव का अधिवक्ता बहन भाईयों ने अभिनन्दन किया। इस अवसर पर अधिवक्ताओं के बीच मिष्ठान का वितरण किया गया।
कार्यक्रम के दौरान अपने विचार व्यक्त करते हुए वरिष्ठ अधिवक्ता सुरेंद्र लाखन ने अधिवक्ता सरोज यादव के वकीलों के स्वाभिमान की लड़ाई लड़ने के लिए भूरि भूरि प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि एडवोकेट सरोज यादव ने हमेशा निडर होकर अधिवक्ताओं के हित में संघर्ष किया है। आगरा कचहरी के अधिवक्ताओं की आवाज को उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय तक उठाया है। सरोज के संघर्ष का ही नतीजा है कि आगरा कैंपस को एक घमंडी और अधिवक्ताओं के प्रति असम्मानजनक रवैया अपनाने वाले जज डीजे विवेक संगल को उच्च न्यायालय का न्यायाधीश बनाए जाने के बजाय बदायूं के जिला जज पद पर ट्रांसफर किया गया है। इस अवसर पर एडवोकेट सरोज यादव ने संघर्ष में अमूल्य सहयोग के लिए आगरा कचहरी के अधिवक्ताओं का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि वकील समाज का मान सम्मान और स्वाभिमान सर्वोपरि है। कोई भी व्यक्ति चाहे कितने भी बड़े पद पर आसीन क्यों न हो, अधिवक्ताओं के मान सम्मान और स्वाभिमान से खेलने की कतई कुचेष्टा न करें । अन्यथा अधिवक्ता समाज अपने अधिकारों की लड़ने में कभी न पीछे रहा है और न ही रहेगा। अधिवक्ता सरोज यादव ने आगरा के सभी बार संघों से अपील की है कि वकीलों के प्रति असम्मानजनक दृष्टिकोण रखने वाले डीजे विवेक संगल जैसे न्यायिक अधिकारी के सम्मान में विदाई समारोह का आयोजन कतई न करें। उन्होंने कहा कि न्यायिक अधिकारी यदि स्वयं सम्मान चाहते तो उन्हें अधिवक्ताओं का सम्मान करना सीखना ही होगा। उन्होंने कहा कि अधिवक्ताओं के मान सम्मान और स्वाभिमान के लिए आखिरी सांस तक संघर्ष करती रहूंगी। इस मौके पर सतीश कुमार शमी, राजकुमार, नरेंद्र सिंह, बिजेंद्र सिंह, रामहेत सिंह , कोमल सिंह वर्मा,यशपाल यादव, राजवीर सिंह, अर्जुन सिंह, भोलेंद्र सिंह, संदीप धामा, मनोज कुमार, प्रमोद कुमार गौतम, एपी सिंह, आनंद कुमार, चंद्रपाल, मनोहर सिंह, भावना कुलश्रेष्ठ, रागिनी परमार आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।