आगराउत्तर प्रदेश

घर पर कब्जा कराने में चार पुलिसकर्मी सस्पेंड

आगरा। ट्रांस यमुना की आयुष विहार कॉलोनी में 18 जुलाई को महिला के छत से गिरने के मामले में दो दरोगा सहित चार पुलिस कर्मियों को निलंबित किया गया है। एसीपी एत्मादपुर ने जांच में पाया कि पुलिस कर्मियों ने अवैध तरीके से घर में प्रवेश किया था। जबकि मामला इतना बड़ा नहीं था। पुलिस की दहशत में पैर फिसलने पर महिला छत से गिरी थी। एसीपी की रिपोर्ट पर डीसीपी सिटी सोनम कुमार ने एसआई राजकुमार गोस्वामी, एसआई निखिल चौधरी, मुख्य आरक्षी मनोज कुमार यादव, आरक्षी शैलेंद्र यादव को निलंबित किया है।
आयुष विहार निवासी प्रेमलता के घर घटना हुई थी। उन्होंने अपना 50 गज में बना मकान बबली देवी को बेचा था। रजिस्ट्री में खुले चेक का भुगतान न होने पर कोर्ट में कैस कर दिया। बबली देवी की तहरीर पर पुलिस ने चोरी सहित अन्य धाराओं में प्रेमलता और उनके परिवारीजनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। मुकदमे की विवेचना एसआई राजकुमार गोस्वामी के पास थी। शुक्रवार को वह पुलिस कर्मियों के साथ प्रेमलता के घर पहुंचे थे। बहू नेहा ने दरवाजा नहीं खोला था। सादा कपड़ों में आए दो पुलिस कर्मी पड़ोसी की छत के रास्ते से घर में घुस आए थे। आते ही सीसीटीवी कैमरे तोड़ दिए थे। नेहा के साथ अभद्रता की थी।

वह छत से गिर पड़ी थी। पुलिस कर्मियों ने प्रेमलता के पति शिशुपाल के साथ मारपीट की थी। भाजपा विधायक डॉ. धर्मपाल सिंह थाने पहुंचे थे। आरोप लगा था कि पुलिस कर्मी ठेके पर मकान खाली कराने आए थे। धमकी देकर मकान खाली करने की बोल रहे थे। जांच के बाद ट्रांस यमुना के चार पुलिस कर्मी सोमवार को निलंबित हुए हैं। एक और पुलिसकर्मी के खिलाफ पुलिस आयुक्त तक शिकायत पहुंची है। मुंशी राकेश पर मारपीट का आरोप है। पीड़ित का आरोप है कि उसके कान का पर्दा फट गया है। थाने पर उसकी तहरीर लेने को कोई तैयार नहीं है। शिकायत खंदौली निवासी प्रवीन कुमार सारस्वत ने की है। पीड़ित ने बताया कि वह किडनी रोग से पीड़ित है। उसकी वृंदावन मलाई कुल्फी नाम से फर्म है। कर्मचारी भोला, क्रश व आसिफ से उसका विवाद हो गया था। वे थाने चले गए। थाना ट्रांस यमुना से मुंशी राकेश ने उसे फोन करके बुलाया। वह अपने परिचितों के साथ गया। थाने में मुंशी ने उसे बेरहमी से पीटा। तीन घंटे हवालात में रखा। उसका कान का पर्दा फट गया। पुलिस ने जब छोड़ा तो वह डॉक्टर के पास गया। जांच में यह जानकारी हुई। उसने मुंशी की थाने पर शिकायत की तो उसे थाने से पुलिस कर्मियों ने भगा दिया। कर्मियों को निलंबित किया गया है। इस दौरान जांच में यह बात भी सामने आई कि नेहा को पुलिस कर्मियों ने धक्का नहीं दिया था। पैर फिसलने पर वह छत से नीचे गिरी थी।

Share this post to -

Related Articles

Back to top button