
लखनऊ। राज्य सूचना आयुक्त डॉ दिलीप अग्निहोत्री ने कहा कि विंध्य कॉरिडोर से तीर्थ यात्रियों की सुविधाओं में व्यापक सुधार हुआ है। विंध्याचल में उन्होंने कहा कि शक्ति पीठों में मां विंध्यवासिनी धाम का विशेष महत्व है। एक तरफ मां गंगा दूसरी तरफ विंध्य पर्वत शृंखला इस पूरे क्षेत्र को सुरम्य बनती है। इसके साथ ही यहां काली खोह और अष्टभुजा देवी का भी धाम है।विंध्यवासिनी काली खोह और अष्टभुजा धाम आध्यात्मिक त्रिकोण का निर्माण करते हैं। साधना की दृष्टि से यह सिद्ध क्षेत्र है। नवदुर्गा की अवधि में यहां साधक विशेष अनुष्ठान करते हैं। दूर-दूर से यहां दर्शनार्थी पहुंचते हैं।
विंध्यवासिनी धाम को नव्य और भव्य बनाने के लिए 2021 में कॉरिडोर का निर्माण शुरू हुआ था। आधुनकि सुविधाओं के साथ ही सुगम आवागमन के लिए गलियों का कायाकल्प किया गया है। यहां चार प्रमुख मार्गों पर प्रवेश द्वार बनाया गया है। मुख्य मंदिर के चारों तरफ पचास फीट चौड़ा परिक्रमा पथ बनाया गया है। परिक्रमा पथ का निर्माण पूर्ण हो चुका है। मां विंध्यवासिनी देवी मंदिर एवं विंध्य कॉरिडोर निर्माण के साथ-साथ काली खोह,अष्टभुजा मंदिर निर्माण तथा त्रिकोण मार्ग के चौड़ीकरण एवं सौन्दर्यकरण का कार्य पूरे त्रिकोण तीर्थ को सुविधा संपन्न बना रहा है।