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अस्पताल था खाली नहीं थे डॉक्टर, अधीक्षक, कार्यालय में अंदर से कुंडी लगाकर कौन था बंद, वीडियो वाइरल, भाकियू भानू के पदाधिकारी ने डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग की

आगरा। योगी सरकार द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त करने के लिए अनेकों प्रयास कर रही है अस्पताल पर आने वाले प्रत्येक मरीज को उपचार समय पर मिले इसलिए अनेकों प्रयास किया जा रहे हैं लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी योगी सरकार को बदनाम करने में लगे हुए हैं स्वास्थ्य केन्द्रो का बुरा हाल है कोई भी स्वास्थ्य केंद्र पर डॉक्टर अधीक्षक नहीं रहते जबकि सरकार द्वारा आवास उपलब्ध कराए गए हैं फिर भी कोई नहीं रहता रात्रि में मरीज वापस चले जाते हैं कोई देखने वाला नहीं ऐसे डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई होने पर भारतीय किसान यूनियन भानू के राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता ने ऐलान किया है की कार्रवाई नहीं की गई तो अस्पताल के डॉक्टरो के खिलाफ आंदोलन होगा जनता परेशान रहती है डिलीवरी के लिए महिला परेशान थी लेकिन अस्पताल पर कोई मौजूद नहीं था काफी देर तक आवाज लगाई लेकिन कोई नहीं आया।

विधानसभा एत्मादपुर में परम पूज्य गुरुदेव पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य जी की पावन जन्मस्थली आवल खेड़ा में माता भगवती देवी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र है इस स्वास्थ्य केंद्र पर रात्रि के समय कोई मौजूद नहीं मिलता कर्मचारी डॉक्टर अधीक्षक सभी फरार रहते हैं इमरजेंसी में कोई मरीज को देखने वाला नहीं शाम होती डॉक्टर कर्मचारी चले जाते हैं जबकि सरकार द्वारा अधीक्षक एवं डॉक्टर को आवास उपलब्ध कराए गए हैं और रात्रि में ड्यूटी लगाई गई है लेकिन इमरजेंसी ड्यूटी के दौरान कोई नहीं रहता मरीज तड़पते रहते हैं लेकिन देखने वाला कोई नहीं शुक्रवार रात 11:25 पर हमारी टीम अस्पताल पहुंची अस्पताल के गेट पर डिलीवरी के लिए महिला दर्द से परेशान थी लेकिन अस्पताल में कोई नहीं था जब हमने महिला के परिजनों से पूछा तो कहा कि हम जलेसर की तरफ से आगरा जा रहे थे लेकिन काफी परेशानी हो रही थी तो अस्पताल दिखाई दिया इसलिए अस्पताल में कुछ उपचार मिल जाता लेकिन अस्पताल के अंदर कोई भी स्टाफ मौजूद नहीं था अस्पताल खुला हुआ है महिला के साथ मौजूद पुरुष श्याम सिंह के द्वारा बताया गया है कि अधीक्षक का कार्यालय अंदर से बंद है काफी देर तक आवाज लगाई है लेकिन कोई निकल कर नहीं आया डॉक्टर कर्मचारी अधीक्षक कोई मौजूद नहीं है इससे अनुमान लगाया जा रहा है क्या कार्यालय के अंदर आपत्तिजनक स्थिति में होने के कारण कोई आवाज नहीं दे रहे था आखिरकार कौन था अधीक्षक कहां थे डॉक्टर कहां थे रात्रि में जिस डॉक्टर स्टाफ की ड्यूटी रहती है उसे अस्पताल में रहने के आदेश हैं लेकिन अस्पताल खाली पड़ा हुआ था काफी देर तक महिला परेशान रही उसके बाद उसे आगरा ले गए जब हमारी टीम अस्पताल के अंदर पहुंची तो नजारा देखकर हम भी हैरान हो गए अस्पताल के अंदर चिड़िया भी मौजूद नहीं थी ताले लगे हुए थे काफी देर तक आवाज लगाई स्वास्थ्य अधीक्षक के कार्यालय की कुंडी अंदर से लगी हुई थी उसे कुंडी को भी बजाय 1 घंटे तक आवाज लगाने के बाद कोई जवाब नहीं आया आखिरकार कौन था उस कार्यालय में ऐसा क्या कारण था जिससे कुंडी नहीं खोली गई इस बात से कई सवाल खड़े होते हैं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अंधे हो चुके हैं उन्हें कुछ दिखाई नहीं देता मुख्य चिकित्सा अधिकारी को स्वास्थ्य केन्द्रो से महीनेदारी पहुंचती है इसलिए कोई कार्रवाई नहीं होती आखिरकार योगी सरकार को क्यों बदनाम किया जा रहा है ऐसे ही अधिकारी सरकार की किरकिरी कराने में लगे हुए हैं अब देखना होगा कि इस मामले में क्या कार्रवाई होगी।

रात्रि में नहीं थे अस्पताल पर अधीक्षक

वीडियो फोटो वायरल होने के बाद अस्पताल के कर्मचारियों में हड़कंप मच गया यह तो स्पष्ट हो गया के अधीक्षक रात्रि में मौजूद नहीं थे अधीक्षक का कहना था कि मैं मीटिंग के बाद आगरा रह गया क्या मीटिंग होने के बाद स्वास्थ्य केंद्र पर आना उचित नहीं है राम भरोसे अस्पताल चल रहा है कोई घटना होती है तो कौन जिम्मेदार होगा

किस डॉक्टर की ड्यूटी थी

रात्रि के समय एमरजैंसी डॉक्टर की ड्यूटी रहती है लेकिन किसकी ड्यूटी थी किसी को कोई पता नहीं अगर ड्यूटी थी तो डॉक्टर कहां थे अस्पताल में कोई मौजूद नहीं था इस बात से स्पष्ट हो जाता है कि ड्यूटी के समय कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था सभी अपने-अपने घर सो रहे थे

सफाई कर्मचारी के हवाले था अस्पताल

शुक्रवार की रात सफाई कर्मचारी के हवाले पूरा अस्पताल था सफाई कर्मचारी कार्यालय में अंदर से कुंडी लगाकर सो गया यह कहना है अधीक्षक का लेकिन सूत्रों का कहना है कि सफाई कर्मचारी कार्यालय में नहीं था अन्य कोई व्यक्ति था किस हालत में होगा इसलिए उसने कुंडी नहीं खोली अब इस बात की कौन सफाई देगा

कौन करेगा जांच

इस बात की जांच कौन करेगा के कार्यालय में कौन था डॉक्टर कहां पर अधीक्षक कहां थे इनके खिलाफ कार्रवाई कौन करेगा क्योंकि मुख्य चिकित्सा अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं करेंगे महीने दरी उनके पास पहुंच जाती है चांदी के जूते के आगे सब नतमस्तक हो जाते हैं सरकार को बदनाम करने का काम अधिकारी कर रहे हैं

डॉक्टर पर कार्रवाई होनी चाहिए नहीं तो होगा आंदोलन

वीडियो वायरल होने के बाद डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग चारों तरफ उठने लगी है भारतीय किसान यूनियन भानू के राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता ठाकुर बच्चू सिंह चौहान के द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से अवगत कराया है कि ऐसे डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई जल्द से जल्द की जाए अगर ऐसा नहीं होता है तो उनका संगठन अस्पताल के डॉक्टर के खिलाफ आंदोलन करेगा

विधायक नाराज

रात्रि में स्वास्थ्य केंद्र पर डॉक्टर मौजूद न होने के फोटो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद क्षेत्रीय विधायक डॉक्टर धर्मपाल सिंह नाराज हैं उनका कहना है कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी से डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई कराई जाएगी अगर रात्रि में कुछ बड़ी घटना हो जाती तो कौन जिम्मेदार होता डॉक्टर अपने घर पर सो रहे हैं तो मरीजों को कौन देखता

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