काकोरी काण्ड में शहीद हुए क्रान्तिकारियों के परिजनों का हुआ सम्मान, क्रान्तिकारियों के योगदान को भूलना नहीं चाहिए: अनिल
भारत माता को बेड़ियों से मुक्त कराने के लिए क्रान्तिकारियों ने फांसी के फंदे को चूमा

लखनऊ। शहीद क्रान्तिकारी शताब्दी आयोजन समिति, लखनऊ की ओर से गुरूवार को एलडीए कालोनी कानपुर रोड स्थित सीएमएस आडिटोरियम में काकोरी ट्रेन एक्शन पर आधारित नाटक ‘सरफरोशी की तमन्ना’ की प्रस्तुति की गई।
“काकोरी कांड शताब्दी वर्ष” के उपलक्ष्य में आयोजित इस कार्यक्रम में काकोरी ट्रेन एक्शन काण्ड में शहीद हुए क्रान्तिकारियों के परिजनों को उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह और क्षेेत्र प्रचारक अनिल जी के हाथों माला पहनाकर, अंगवस्त्र, श्रीफल और स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक अनिल जी ने कहा कि जिस देश के लोग अपने क्रान्तिकारियों के योगदान को भूल जाते हैं उस देश का भविष्य कभी उज्जवल हो ही नहीं सकता। उन्होंने कहा कि देशभक्ति की मशाल निरंतर जलनी चाहिए और क्रान्तिकारियों के योगदान को स्मरण में रखते हुए हमारे मन में देशभक्ति का भाव निरंतन आना चाहिए। क्षेत्र प्रचारक ने कहा कि क्रान्तिकारियों के भाव से दुनिया का सिरमौर बन सकता है भारत।
भारत माता को बेड़ियों से मुक्त कराने के लिए क्रान्तिकारियों ने फांसी के फंदे को चूमा
मुख्य अतिथि उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि भारत की आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले रणबांकुरों को उत्तर प्रदेश सरकार नमन करती है। शहीदों की वजह से ही आज भारत का झण्डा दुनिया में लहरा रहा है। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि क्रान्तिकारियों ने पूरा जीवन मातृभूमि की सेवा में लगाकर भारत माता को बेड़ियों से मुक्त कराने के लिए हंसते हंसते फांसी के फंदे को चूमा।
विशिष्ठ अतिथि उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा आजादी के लड़ाई में जिन वीर सपूतों ने बलिदान दिया उन्हें हमें भूलना नहीं चाहिए। हम सब काकोरी काण्ड के क्रान्तिकारियों को स्मरण करें।
काकोरी शहीदों के परिजनों को किया गया सम्मानित –
इस अवसर पर इस अवसर वीर शहीद राम प्रसाद बिस्मिल के पौत्र बिजेन्द्र सिंह तोमर, शहीद रोशन सिंह के पौत्र ठाकुर महेन्द्र सिंह, शहीद अशफाक उल्ला खाँ के पौत्र आफाज उल्ला खाँ, शहीद राजेन्द्र नाथ लाहिड़ी की पौत्री सपना लाहिड़ी, शहीद विष्णु शरण दुबलिश के पौत्र प्रवीण दुुबलिश का सम्मान किया गया।
देशभक्ति से ओतप्रोत “सरफ़रोशी की तमन्ना” का भव्य मंचन –
शहीद क्रांतिकारी शताब्दी आयोजन समिति, लखनऊ के तत्वावधान में मानसी अभिनय गुरुकुल, सहारनपुर द्वारा देशभक्ति से ओतप्रोत नाटक “सरफ़रोशी की तमन्ना” का भव्य मंचन सिटी मॉन्टेसरी स्कूल, लखनऊ के सभागार में किया गया।
यह नाटक भारत के महान क्रांतिकारियों पंडित राम प्रसाद ‘बिस्मिल’ जी, अशफाक उल्लाह ख़ान, ठाकुर रोशन सिंह, राजेन्द्रनाथ लाहिड़ी आदि शहीदों के जीवन के प्रेरणादायक प्रसंगों पर आधारित है। नाटक का लेखन आदित्य शर्मा द्वारा किया गया है और इसका प्रभावशाली निर्देशन योगेश पंवार जी ने किया। इस प्रस्तुति में प्रस्तुति सहायक के रूप में मानसी अभिनय गुरुकुल के अध्यक्ष श्री के. के. गर्ग जी की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
नाटक में विभिन्न पात्रों को सजीव रूप में प्रस्तुत करते हुए कलाकारों ने दर्शकों को भावविभोर कर दिया। पात्रों का विवरण निम्न प्रकार है:
* रिदा ख़ान – भारत माता
* शुभांक गुप्ता – पंडित राम प्रसाद बिस्मिल
* लविश – बालक बिस्मिल
* विश्वास वशिष्ठ – किशोर बिस्मिल / सिपाही
* अभि धीमान – सूत्रधार 1
* अंजलि चौधरी – सूत्रधार 2
* अरिहंत जैन – अंग्रेज़ पुलिस
* रोहित – जल्लाद / गार्ड
* स्वाति सैनी – मुलमती
* प्रद्युम्न – स्वामी सोमदेव
* संजय नेगी – मुंशी इंद्रजीत
* योगेश धीमान – अशफ़ाक़ उल्ला ख़ाँ
* अभिराम – ठाकुर रोशन सिंह
* शानू सिद्दीकी – राजेंद्र नाथ लाहिड़ी
* रिहान शाह – यदु गोपाल
रवि कर्णवाल एवं शुभम् शर्मा ने प्रकाश व्यवस्था और शानू सिद्दीकी एवं अभी धीमन ने मंच व्यवस्था देखी।
यह नाटक केवल एक सांस्कृतिक प्रस्तुति नहीं, बल्कि राष्ट्रप्रेम की भावना से युवाओं को जोड़ने का एक सशक्त माध्यम रहा। दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट और भावनाओं से भरकर कलाकारों के अभिनय को सराहा।
संयोजक प्रशान्त भाटिया ने बताया कि मानसी अभिनय गुरुकुल और शहीद क्रांतिकारी शताब्दी आयोजन समिति का यह प्रयास न केवल ऐतिहासिक स्मृतियों को जीवंत करता है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा भी देता है।
प्रशान्त भाटिया ने कहा कि नाटक “सरफ़रोशी की तमन्ना” की मूल अवधारणा पंडित रामप्रसाद ‘बिस्मिल’ जी के जीवन की सच्ची घटनाओं से ली गई है। यह नाटक उनके जीवन की विभिन्न घटनाओं को जोड़कर तैयार किया गया है। सभी पात्र और घटनाए उनके लेखों और पुस्तकों से ली गई हैं। इस नाटक के माध्यम से हमारा उद्देश्य उनकी महान व्यक्तित्व और देशभक्ति की भावना को उजागर करना है। बहुत कम लोग ऐसे महान क्रांतिकारी के कार्यों से परिचित हैं। इसलिए हम चाहते हैं कि इस नाटक के माध्यम से ‘बिस्मिल’ जी का वह चरित्र सभी के सामने आए, जिसने लाखों युवाओं के हृदय में देशभक्ति की भावना जागृत की।
मंच संचालन आत्म प्रकाश मिश्र (दूरदर्शन केंद्र) ने किया।
इन महानुभावों की रही उपस्थिति –
कार्यक्रम की अध्यक्षता सीएमएस की प्रबंधक प्रो० गीता गांधी किंगडन ने की।
इस अवसर पर पूर्व महापौर संयुक्ता भाटिया, मेजर जनरल अजय कुमार चतुर्वेदी, मेजर जनरल बी.पी.तिवारी, आयोजन समिति के राष्ट्रीय संयोजक रविन्द्र नाथ भारद्वाज (देवास), समिति के सचिव कंवरजीत सिंह भाटी (फरीदाबाद, हरियाणा), संघ के क्षेत्र प्रचारक प्रमुख राजेन्द्र, क्षेत्र के सह प्रचार प्रमुख मनोज कांत, भारत विकास परिषद के क्षेत्रीय संगठन मंत्री विक्रान्त खण्डेलवाल, प्रान्त प्रचारक प्रमुख यशोदानन्द, प्रान्त धर्म जागरण प्रमुख सुरेन्द्र, संघ के वरिष्ठ प्रचारक अशोक केड़िया, राष्ट्र सेविका समिति की क्षेत्र प्रचारिका शशि दीदी, विभाग प्रचारक अनिल, प्रांत संपर्क प्रमुख गंगा सिंह, आरोग्य भारती के डा. संग्राम सिंह, बाल संरक्षण आयोग के सदस्य श्याम जी त्रिपाठी, वरिष्ठ पत्रकार भारत सिंह,भाग कार्यवाह धीरेन्द्र और सह भाग कार्यवाह सिद्धार्थ प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
सीएमएस का पूरा हॉल विद्यार्थियों और नवजवानों से भरा हुआ था और भारत माता की जय एवं इंकलाब जिंदाबाद, वीर क्रांतिकारी अमर रहें अमर रहें के नारों से गूंजता रहा।