ओबीसी वर्ग को सबसे ज्यादा टिकट दे सकती है भाजपा, इन चार जातियों को मिलेगी प्राथमिकता
पीएम नरेंद्र मोदी हमेशा चार जातियों- महिला, युवा, गरीब और पिछड़े की बात करते रहे हैं। इस बार चुनाव में इन्हीं वर्गों को सबसे ज्यादा टिकट देकर वे इन वर्गों को सत्ता में भागीदारी देने की रणनीति अपना सकते हैं।
लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों में पूरी तरह जुट चुकी भाजपा एक सप्ताह में अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर सकती है। भाजपा इस बार ऐतिहासिक बदलाव के साथ चुनाव में उतरने जा रही है। सीटों के आवंटन में वह विपक्ष के उन सभी हमलों का पूरा जवाब देने की कोशिश करेगी, जिनके सहारे विपक्ष उसे घेरता रहा है। पहली सूची में इस बार सबसे ज्यादा ओबीसी समुदाय को टिकट मिलने की संभावना है तो दलित और आदिवासी समाज को प्रमुखता देकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन वर्गों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को प्रमाणित कर सकते हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी हमेशा चार जातियों महिला, युवा, गरीब और पिछड़े की बात करते रहे हैं। इस बार चुनाव में इन्हीं वर्गों को सबसे ज्यादा भागीदारी देकर वे इन वर्गों को सत्ता में भागीदारी देने की रणनीति अपना सकते हैं। जानकारी के अनुसार, टिकट बंटवारे में महिलाओं को प्रमुखता दी जाएगी, लेकिन जीतने की क्षमता किसी उम्मीदवार के चयन का सबसे बड़ा आधार होगी।
सबसे पहले उन सीटों के उम्मीदवारों की घोषणा की जा सकती है जिसे पार्टी ने अपने लिए सबसे चुनौतीपूर्ण सीटें माना है। लगभग 160 सीटों की इस सूची में वे सीटें शामिल हैं जिस पर भाजपा को या तो कभी जीत हासिल नहीं हुई, या उन पर जीत में वोटों का अंतर बहुत कम रहा है। पार्टी ने यही रणनीति पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के दौरान भी अपनाई थी।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, पार्टी 70 वर्ष से अधिक चुके सांसदों को इस बार टिकट से वंचित कर सकती है। इस कैटेगरी में आने के कारण पार्टी के कई बड़े दिग्गजों के टिकट भी कट सकते हैं। कुछ नेताओं के परिवार के सदस्य लंबे समय से भाजपा की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। इन्हें टिकट देकर वरिष्ठ नेताओं को विश्राम देने की रणनीति अपनाई जा सकती है।